समलैंगिक विवाहों को मान्यता देने वाला पहला एशियाई देश ताइवान है। ताइवान की संसद ने एक विवादस्पद विधेयक मई 2019 में पारित किया है, जिसके तहत समलैंगिक विवाहों (Same Sex Marriage) को मान्यता प्रदान कर दी गई हैं, समलैंगिक विवाहों को अमरीका, ब्रिटेन, डेन्मार्क, कनाडा, अर्जेंटीना, आॅस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, द. अफ्रीका व नीदरलैंड्स सहित उनके देशों में वैधानिक मान्यता पहले ही प्राप्त है, ताइवान ऐसे विवाहों को मान्यता प्रदान करने वाला एशिया का पहला देश है, समलैंगिक विवाहों को सामान्य विवाहों के समान मान्यता देने का एक प्रस्ताव वहां नवंबर 2018 में कराए गए जनमत संग्रह में स्वीकार नहीं किया गया था, जनता की आम भावनाओं के विपरीत इसके लिए कानून वहां एक न्यायिक बाध्यता के चलते पारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि ताइवान की संवैधानिक अदालत ने 24 मई, 201 को दिए गए निर्णय के तहत् समलैंगिक विवाहों को मान्यता न प्रदान करने को संविधान में प्रदत्त समानता के अधिकार का उल्लंघन बताया था तथा दो वर्ष के भीतर ही इसके लिए कानूनी प्रावधान करने के लिए सरकार को कहा था, इस मामले में शुरु में तो ढील ही सरकार द्वारा बरती गई, किंतु समय सीमा निकट आने पर तेजी से कदम सरकार द्वारा उठाए गए, इसके लिए विधेयक का मसौदा 20 फरवरी, 2019 को जारी किया गया, जिसे 17 मई को संसद ने पारित किया, राष्ट्रपति के हस्ताक्षर 22 मई को अस पर हो गए तथा 24 मई, 2019, समय सीमा का अंतिम दिन को यह लागू कर दिया गया, इस कानून के लागू होने से LGBT (Lesbian, Gay, Bisexual and Transgender) समुदाय ने भारी खुश का इजहार वहां किया है।
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