वर्तमान में कौन-क्या है करंट अफेयर्स 2022
December 17, 2021
, updated on July 7, 2022
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आईपीसी की धारा 27 क्या है- IPC Section 27 in Hindi
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 27 के अनुसार,
'पत्नी, लिपिक या सेवक के कब्जे में सम्पत्ति' — जबकि सम्पत्ति किसी व्यक्ति के निमित्त उस व्यक्ति की पत्नी, लिपिक या सेवक के कब्जे में है, तब वह इस संहिता के अर्थ में अन्तर्गत उस व्यक्ति के कब्जे में है।
स्पष्टीकरण—लिपिक या सेवक के नाते अस्थायी रूप से या किसी विशिष्ट अवसर पर नियोजित व्यक्ति इस धारा के अर्थ के अंतर्गत लिपिक या सेवक है।
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सुपर ओवर क्या है – सुपर ओवर रूल इन हिंदी
सुपर ओवर (Super over) जिसे वन-ओवर एलिमिनेटर भी कहा जाता है, एक टाई-ब्रेकिंग विधि है, जिसे सीमित ओवरों के क्रिकेट मैसों में प्रयोग किया जाता है। जब निर्धारित ओवरों मे मैंच का फैसला नहीं हो पाता है और मैच को टाई घोषित किया जाता है, तब मैच में विजेता टीम को चुनने के लिए दोनों टीमों को अतिरिक्त छह-छह गेदें दी जाती है और सुपर ओवर में पहले बैटिंग वह टीम करती है, जो निर्धारित ओवरों में लक्ष्य का पीछा कर रही होती है। इस सुपर ओवर में प्रत्येक टीम के कप्तान द्वारा तीन नामों की घोषणा की जाती है, जो बल्ले
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कंप्यूटेड टोमोग्राफी (Computed Tomography) क्या है?
कंप्यूटेड टोमोग्राफी यानि सीटी स्कैन एक चिकित्सकीय इमेजिंग विधि है। इसमें किसी वस्तु के भीतरी भाग के घूर्णन के एक एकल अक्ष के चारों ओर द्वि-आयामी एक्स-रे चित्रों की श्रेणी से एक त्रि-आयामी चित्र बनाया जाता है। इस विधि का उपयोग मानव शरीर की आंतरिक संरचना का पता लगाने या शरीर में विद्यमान किसी गांठ या मस्तिष्क की किसी विकृति का पता लगाने में किया जाता है।
सीटी स्कैनिंग कई प्रकार से अन्य एक्स-रे परीक्षणों से ज्यादा उपयुक्त है। परम्परागत एक्स-रे परीक्षणों में शरीर से एक्स किरणों का एक छोटा पुंज
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आईपीसी की धारा 75 क्या है- IPC Section 75 in Hindi
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 75 के अनुसार,
पूर्व दोषसिद्धि के पश्चात् अध्याय 12 या अध्याय 17 के अधीन कतिपय अपराधों के लिए वर्धित दंड — जो कोई व्यक्ति—
(क) भारत में से किसी न्यायालय द्वारा इस संहिता के अध्याय 12 या अध्याय 17 के अधीन तीन वर्ष या उससे अधिक की अवधि के लिए दोनों में से किसी भाँति के कारावास से दंडनीय अपराध के लिए दोषसिद्ध ठहराए जाने के पश्चात् उन दोनों अध्यायों में से किसी अध्याय के अधीन उतनी ही अवधि के लिए वैसे ही कारावास से दंडनीय किसी अपराध का दोषी हो, तो वह हर ऐसे पश्चातवर्ती
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