Home > मनोविज्ञान > वाइगोत्सकी के अनुसार बच्चे स्वयं से क्यों बोलते हैं?
वाइगोत्सकी के अनुसार बच्चे स्वयं से क्यों बोलते हैं?
July 12, 2019
(A) बच्चे अपने प्रति वयस्कों का ध्यान आकर्षित करने के लिए बोलते है।
(B) बच्चे स्वभाव से बहुत बातूनी होते हैं।
(C) बच्चे अहंकेंद्रित होते है। (D) बच्चे अपने कार्य को दिशा देने के लिए बोलते हैं।
Answer :बच्चे अपने कार्य को दिशा देने के लिए बोलते हैं।
वाइगोत्सकी के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत को सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत कहा जाता है क्योंकि वायगोत्सकी ने संज्ञानात्मक शक्ति के विकास के लिए सामाजिक एवं भाषा को प्रमुखता दी है। बच्चे स्वयं से बोलते है इसका कारण है कि बच्चे अपने कार्य को दिशा देना चाहते हैं।
शिक्षा मनोविज्ञान (Shiksha Manovigyan) दो शब्दों से मिलकर बना है, शिक्षा और मनोविज्ञान। इसलिए शिक्षा मनोविज्ञान संबंधी प्रश्न उत्तर का अध्ययन आपके लिए शिक्षक बनने का सपना साकार करता है। विशेषकर शिक्षक पात्रता परीक्षा, UPTET, CTET, UKTET, MPTET, CHTET, BTET, JTET, RTET, PTET, HTET जैसी परीक्षाओं में सफलता के लिए। बाल मनोविज्ञान, बाल विकास, बुद्धि लब्धि, शिक्षा शास्त्र पर आधारित प्रश्नों में अपडेट रहने के लिए इन प्रश्नों को समझकर उत्तर दें।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : 'सुनना-बोलना' कौशल के विकास के लिए सर्वोत्तम विधि कहानी कहना और उस पर बच्चों की प्रतिक्रिया जानना है, क्योंकि इस विधि को अपनाकर ही शिक्षक बालकों में 'सुनना-बोलना' कौशल का विकास कर सकता है। शिक्षक द्वारा कहानी सुनाने के माध्यम से ...Read More
Explanation : स्वर सहित पढ़ते हुए अर्थ ग्रहण करने को सस्वर वाचन कहा आता है। यह वाचन की प्रारंभिक अवस्था होती है। इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों में पढ़ने संबंधी झिझक को समाप्त करना है।
इसके अतिरिक्त उच्चारण को शुद्ध बनाना, वाचन में गति एवं प्रव ...Read More
Explanation : गोआ (Goa) के दक्षिणी का पश्चिमी घाट मालाबार तट के नाम से जाना जाता है। महाराष्ट्र (Maharashtra) एवं गोआ के तटीय भागों को कोंकण तट के नाम से जाना जाता है। जबकि उड़ीसा के समुद्र तटीय भागों को उत्तरी सरकार के नाम से जानते हैं। कन्नड ...Read More
Explanation : लड़के लड़कियों की अपेक्षा अधिक बुद्धिमान होते हैं यह कथन लैंगिक पूर्वाग्रह को दर्शाता है। बिहार राज्य में प्राथमिक स्तर के शिक्षण में पर्यावरण विषय वस्तु का निर्धारण SCERT (State Council of Educational Research and Training) द्वा ...Read More
Explanation : कार्बन डेटिंग का प्रयोग पुरातत्व-जीव विज्ञान में जंतुओं एवं पौधों के प्राप्त अवशेषों के आधार पर जीवन काल, समय चक्र का निर्धारण करने में किया जाता है। कार्बन-14 की खोज 27 फरवरी, 1940 में मार्टिन कैमेन और सैम रुबेन के कैलीफोर्निया ...Read More
Explanation : पृथ्वी का उष्मायन अर्थात् पृथ्वी के तापमान में वृद्धि होना। इसे वैश्विक ताप वृद्धि (Global Warming) भी कहते हैं। ग्रीन हाउस की अधिकता के कारण वैश्विक ताप वृद्धि हो रही है। ग्रीन हाउस गैस प्रमुख है- कार्बन डाइआॅक्साइड (CO2), नाइट् ...Read More
Explanation : मेटालायड (Metalloid) को धातुमय प्रस्तर कहा जाता है। मेटालायड एक उपधातु है जिसमें धातु एवं अधातुओं का मिश्रण रहता है तथा धातु एवं अधातुओं के गुण मिलते है। इनकी प्राप्ति खनन से होती है तथा इनका शोधन करके धातुओें की प्राप्ति की जाती ...Read More
Explanation : सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन से विद्यार्थी के अधिगम स्तर को जाना जा सकता है तथा आवश्यक उपचार किया जा सकता है। जिससे छात्र को अधिगम सम्बन्धी समस्याओं के कारण अवरोध न उत्पन्न हो तथा साथ ही निरन्तर मूल्यांकन होने से विद्यार्थियों में ...Read More
Explanation : मानव रुधिर वर्ग की खोज आस्ट्रेलिया के चिकित्सक कार्ल लैंडस्टीनर ने वर्ष 1901 ई. में किया। इन्होंने रुधिर वर्ग के चार वर्गों में विभाजित किया A, B, AB तथा O वर्ग। AB रुधिर वर्ग सर्वग्राही होता है क्योंकि इसमें A और B दोनों प्रतिज ...Read More
Explanation : पारिस्थितिक तंत्र एक प्राकृतिक इकाई है जिसमें एक क्षेत्र विशेष के सभी जीवधारी अर्थात् पौधे, जानवर और अणु-जीव शामिल है जो कि अपने अजैव पर्यावरण के साथ अंतब्रिर्या करके एक सम्पूर्ण जैविक इकाई बनाते हैं। इस प्रकार पारितंत्र अन्योन्य ...Read More
Web Title : Vygotsky Ke Anusar Bachche Swayan Se Kyon Bolte Hain