Explanation : 'विश्व सामाजिक मंच' (World Social Forum) एक दृढ़ संगठन के बजाय एक सामाजिक आंदोलन अधिक है, जिसमें विश्व भर से आर्थिक एवं सामाजिक न्याय हेतु विचारक, कार्यकर्ता, प्रतिनिधि, पर्यावरणविद्, आंदोलनकारी, स्वयंसेवी समूह तथा गैर-सरकारी संगठन लगातार जुड़ रहे हैं। यह मंच पिछले लगभग 15 वर्षों में हुए वैश्वीकरण का, इस रूप में विरोध करता है कि इससे गरीबों एवं आमजन की विश्व में सभी जगह स्थिति निम्नतर हुई है तथा वैश्वीकरण के लाभ समाज के एक सीमित वर्ग तक सिमटकर रह गए हैं। यह मंच इसके लिए वैश्वीकरण (Globalisation) का विकल्प खोजने की भी चेष्टा कर रहा है।
विश्व सामाजिक मंच का मुख्य एजेंडा हैं–
• 'विश्व सामाजिक मंच' आम आदमी की ओर से वैश्वीकरण तथा बाजार अर्थव्यवस्था अथवा खुली अर्थव्यवस्था (Open Economy) के प्रत्येक स्वरूप का विरोध करता है, क्योंकि ये व्यवस्थाएँ केवल धनी राष्ट्रों तथा धनी लोगों के हितों की संरक्षक हैं।
• पिछले लगभग 15 वर्षों में दुनिया भर के देशों में अपनाई गई वैश्वीकरण की नीतियों के परिणामस्वरूप विश्व में आर्थिक असंतुलन, प्राकृतिक संसाधनों का अति दोहन एवं उनका दुरुपयोग तथा पर्यावरण पर दुष्प्रभाव जैसे परिणाम सामने आए हैं। यह मंच वैश्वीकरण के विकल्पों की तलाश पर अपना ध्यान केंद्रित करता है।
• अमीर एवं गरीब देशों के बीच विकास के अंतर को पाटने हेतु सुझाव देता है।
• यह मंच विश्व भर में दूरियों को मिटाने तथा सांप्रदायिक सद्भाव स्थापित करने के प्रयत्न करता है।
• 'विश्व सामाजिक मंच' प्रमुख रूप से इस उद्देश्य पर केंद्रित है कि वह अपने अभियानों द्वारा विश्व भर में समस्याओं तथा उनके निराकरण हेतु चेतना एवं निरंतर जागरूकता विकसित करे।
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