विष्णु का प्राचीनतम उल्लेख कहां मिलता है?

(A) ऋग्वेद
(B) सामवेद
(C) शतपथ ब्राह्मण
(D) गोपथ ब्राह्मण

Question Asked : [UPPCS (Pre) Opt. History 2003]

Answer : ऋग्वेद

विष्णु का प्राचीनतम उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। विष्णु एक ऋग्वैदिक देवता है तथा अन्य देवताओं के समान प्रकृति के देवता हैं। वे सूर्य के क्रियाशील रूप का प्रतिनिधित्व करते हैं। विष्णु का सर्वाधिक महत्व इस कारण है कि उन्होंने तीन पगों से संपूर्ण पृथ्वी को नाप डाला था, उन्हें 'उरु गाय' (महान गतिवाला) तथा उरुक्रय (विस्तृत बाद प्रक्षेपों वाला) बताया गया है। उनकी स्तुति में कहा गया है कि जहां पर देवताओं की कामना करने वाले लोग हर्षित होते हैं वही स्थान विष्णु का प्रिय है। वही अमृत का उत्स (स्त्रोत) है बाद की संहिताओं तथा ब्राह्मण ग्रंथों में हम विष्णु के प्रभाव में वृद्धि पाते हैं। शतपथ ब्राह्राण में उन्हें विष्णु का प्रतिरूप माना गया है तथा बताया गया है कि देवताओं के युद्ध में वे सर्वशक्तिशाली सिद्ध हुए तथा सर्वाधिक प्रसिद्ध घोषित किये गये। ऐतरेय ब्राह्मण में भी विष्णु को सर्वोच्च देवता बताया गया है। महाभारत में में भी हम विष्णु को सर्वश्रेष्ठ देवता के रूप में प्रतिष्ठित पाते हैं। वस्तुत: समस्त महाभारत विष्णु में व्याप्त है। इसमें विष्णु में अनेक अवतारों का उल्लेख मिलता है जिसमें से एक अवतार कृष्ण वासुदेव है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Vishnu Ka Prachintam Ullekh Kaha Milta Hai