वेसर शैली (Veshar Shaili) का अर्थ क्या होता है?

(A) धातु
(B) हल्का
(C) मिश्रित
(D) कठोर

Answer : मिश्रित

Explanation : वेसर शैली का शाब्दिक अर्थ है- मिश्रित, यानि कि नागर व द्रविड़ शैली के मिश्रित रूप को वेसर की संज्ञा दी गई है। यह विन्यास में द्रविड़ शैली का तथा रूप में नागर शैली का होता है। 'वृहच्दिल्पशास्त्र' में इसका नाम 'मिश्रक' दिया गया है। वेसर शैली का प्रारम्भ बादामी के चालुक्यों द्वारा किया गया। एलोरा की गुफाएँ इसी शैली में निर्मित है। बेलूर, हेलेबिड व सोमनाथपुरा के मंदिर इस शैली के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। इस शैली के मंदिर बिन्ध्यपर्वतमाला से कृष्णा नदी तक निर्मित हैं। उनका निचला भाग ग्रीवा गोलाकार शिखर से वे मंडित किए जा सकें। यह शैली सर्वप्रथम कर्नाटक में विकसित हुई।
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Web Title : Veshar Shaili Ka Arth Kya Hota Hai