Explanation : वर्तमान में महारत्न कंपनियों की संख्या 11 है। केंद्र सरकार ने 12 अक्टूबर 2021 को पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (Power Finance Corporation) को महारत्न (Maharatna) का दर्जा प्रदान किया गया। जिससे वह 11वीं महारत्न कंपनी बनी। इससे पूर्व 23 अक्टूबर, 2019 को दो नवरत्न कंपनियों हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) तथा पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCL) को महारत्न का दर्जा दिया गया। जबकि नवरत्न कंपनियों की संख्या 14 रह गई है। केंद्र सरकार द्वारा नवरत्न व मिनीरत्न योजना वर्ष 1997 में तथा महारत्न योजना वर्ष 2009 में शुरू की गई थी।
भारत की महारत्न कंपनियां
1. भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL)
2. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL)
3. कोल इंडिया लिमिटेड (CIL)
4. भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (GAIL)
5. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL)
6. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL)
7. राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC)
8. तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC)
9. पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL)
10. भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (SAIL)
11. पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (PFC)
बता दे कि महारत्न कंपनी दर्जा की शुरूआत वर्ष 2009 में की गई है। इसका उद्देश्य बड़े आकार के नवरत्न उपक्रमों के बोर्ड को अधिक स्वायत्तता सौंपना है, जिससे उपक्रमों का संचालन घरेलू बाजार के साथ ही वैश्विक बाजार में भी हो सके। किसी भी नवरत्न कंपनी को महारत्न का दर्जा पदान करने के लिए निम्न मानदंड को आधार बनाया जाता है–
– कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो।
– पिछले तीन वर्षों में कंपनी का औसत कारोबार रु. 20,000 करोड़ रहा हो।
– इस दौरान कंपनी ने रु. 2,500 करोड़ का औसत शुद्ध लाभ अर्जित किया हो।
– तीन वर्षों में कंपनी का निवल मूल्य (नेटवर्थ) औसतन रु. 15,000 करोड़ रहा हो।
– कंपनी के पास नवरत्न का दर्जा हो।
– कंपनी का विदेश में भी कारोबार हो।
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