वक्री ग्रहों का फल: हर ग्रह के वक्री होने का अलग-अलग प्रभाव होता है। वक्री ग्रह अपने फल में तीन गुना वृद्धि करता है, यानी अगर वह शुभ है, तो बहुत ही शुभ फल देता है और शुभ ग्रह नहीं है, तो जीवन में विपत्ति, परेशानी और संकट लाता है। अभी इस समय मुख्य ग्रह वृहस्पति और शनि वक्री होकर चल रहे हैं। शुभ वृहस्पति ग्रह वक्री होकर व्यक्ति की प्रतिभा को निखारते हैं। मान-सम्मान औरकार्यक्षेत्र में विधि योग बनाते हैं। अधूरे काम को पूरा करने का रास्ता तैयार करते हैं। शनि इस समय कुंभ राशि में वक्री स्थिति में हैं और 11 अक्तूबर तक रहेंगे। शुभ शनि शभ फल में वद्धि करेंगे। शनिके विपरीत प्रभाव में दिखावेकी प्रवृत्ति बढ़ जाएगी। वक्री शनि के समाधान के लिए शनिवार को छतरी या लोहे की कोई वस्तु दान करें। शनि मंत्र- 'ओम्प्रांप्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' का जाप करें, लाभ होगा। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ को पानी, दूध, गंगाजल और काले तिल से सींचें। मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें। वक्री गुरु के लिए धार्मिक पुस्तक का दान करें। निर्धनों को एक महीने का राशन दें। गुरुवार को पीली वस्तुओं का सेवन करें।....अगला सवाल पढ़े
सात घोड़ों की तस्वीर घर में पूर्व की दिशा में और ऑफिस में दक्षिण दिशा में लगानी चाहिए। दौड़ते हुए सात घोड़ों की तस्वीर के बारे में कहा जाता है कि इस तस्वीर को घर और ऑफिस दोनों जगहों पर लगाया जा सकता है। वास्तु शास्त्र अनुसार 7 घोड़ों की तस्वीर दिखने ...Read More
सात घोड़े की तस्वीर रविवार के दिन लगाना चाहिए, क्योंकि यह दिन सूर्य देवता का दिन माना गया है। इसी के साथ रविवार के दिन सूर्य मंत्रों का 108 बार जाप करने से जीवन में अवश्य ही लाभ मिलता है तथा सभी मनोकामना की पूर्ति होती है। सात दौड़ते हुए घोड़ों की तस ...Read More
हर महीने की शुक्ल चतुर्थी को विनायक जयंती तथा कृष्ण पक्ष चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं, जो गणपति के दो दिव्य जन्म और अवतरण का सूचक है। पहले जन्म में वह देहधारी विनायक हैं। दूसरे में वह हाथी का मस्तक धारण किए हुए श्री गणेश हैं। पुराणों के अनुसार ...Read More
ज्योतिष और खगोल शास्त्र के विद्वान पंडित सूर्यनारायण व्यास का जन्म 2 फरवरी, 1902 को उज्जैन में हुआ था। 1932 में एक लेख में भविष्य में आने वाले 300 भूकंपों की सूची प्रकाशित कर दी थी, जो समय के साथ सच साबित होते रहे। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, राजे ...Read More
ऐसे व्यक्ति, जिनका जन्म किसी महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 9 बनता है। मूलांक 9 के स्वामी ग्रह मंगलहैं। ऐसे जातकों का अदम्य साहस, दृढ़ इच्छाशक्ति व व्यक्तित्व उन्हें सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। किसी भी कार्य में हार ना ...Read More
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी महीने की 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक बनता है 8, जिसके स्वामी ग्रह हैं शनि। आने वाले वर्ष में अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित करें और फिर उन्हें प्राप्त करने के लिए सभी पहलुओं पर विचार करते हुए अपनी प्रबंधन क् ...Read More
किसी भी महीने की 7, 16 या 25 तारीख को जिनका जन्म हुआ है, उनका मूलांक बनता है सात। इस अंक के स्वामी ग्रह हैं केतु। आप स्वभाव से गंभीर प्रवृत्ति के, खोजी और दूरदृष्टि वाले व्यक्ति हैं। आपके मित्रों का दायरा सीमित होता है, लेकिन जिसे मित्र मानते हैं, उस ...Read More
जिस व्यक्ति के जन्म की तारीख किसी भी महीने की 6, 15 या 24 तारीख है, उनका मूलांक 6 बनता है। अंक छह के स्वामी ग्रह शुक्र हैं, जो वैभव, सौंदर्य, मिलनसारिता, संगीत कला नाट्य में रुचि प्रदान करते हैं। ये रुचियां इस साल आगे बढ़ेंगी। अपनी बुद्धिमता का प्रयो ...Read More
जिनका जन्म मई महीने की 5, 14 या 23 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 5 बनता है। इसके स्वामी ग्रह बुध हैं। इस मूलांक वाले दृढ़ता और बुद्धिमत्ता के साथ अपने सभी कार्यों को करने में सफल रहते हैं। अपनी रचनात्मक क्षमता के कारण इन्हें इस साल लाभ होने वाला है। इ ...Read More
ऐसे व्यक्ति जिनका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या फिर 31 तारीख को हुआ हो, उनका मूलांक 4 बनता है। इसके स्वामी ग्रह राहु हैं। अपने अनुशासन को आप बनाए रखेंगे। इस साल भी अपने काम पर फोकस करके आप कार्यों को पूरा कर पाएंगे। इस साल पैसा कुछ अधिक खर्च होग ...Read More