Explanation : उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत है। उन्हें पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में विद्यालयी शिक्षा बेसिक व माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा व चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री बनाया गया है। इनके अलावा गणेश जोशी को कृषि शिक्षा मंत्री और सुबोध उनियाल को तकनीकी शिक्षा मंत्री बनाया गया है। आपको बता दे कि पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने लगातार दूसरी बार उत्तराखंड (Uttarakhand CM) के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में 23 मार्च 2022 को शपथ ग्रहण की थी। जिसके बाद 29 मार्च 2022 को उन्होंने अपनी कैबिनेट के विभागों का आवंटन कर दिया था। डॉ. धनसिंह रावत पहली धामी सरकार में चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री थे, जबकि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे थे।
महोदय शिक्षा मंत्री से निवेदन है कुलान्टेश्वर अल्मोड़ा उत्तराखंड लखारा घाटी महोदय इस स्कूल की हालत बहुत खराब हो चुकी है टूटने के कगार पर है पूरे स्कूल में दरारें पड़ चुकी है कभी भी टूट सकता है क्योंकि इसमें हमने काफी फोटो के और मैसेज भेजिए कागज भेजे जो अभी तक वही इस डिस्को में कर्मचारी देखने नहीं आए कृपया आप इसलिए स्कूल की हालत देखकर आप कह सकते हैं कि बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है कभी भी टूट सकते हैं बच्चों को छोटा सकती है बरसात के टाइम है बच्चों को कैसे पढ़ाए गा कृपया इस पर जल्दी से जल्दी कार्रवाई करें अथवा हम लखारा घाटी के सभी अभाव आपकी आभारी होंगे धन्यवाद लखारा घाटी न्यूज़
Explanation : सर्वाधिक संगमरमर भंडार उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित है इसके अलावा टिहरी जिले से भी पर्याप्त मात्रा में संगमरमर पाया जाता है। मसूरी (देहरादून) के समीप संगममर के करीब 4 मिलियन टन भंडार हैं। लेकिन आपको बता दे कि गौण रूप से ...Read More
Explanation : उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी (Vipin Sanghi) है। उन्होंने 28 जून 2022 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय (Uttarakhand Highcourt) के 12वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ग्रहण की। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जन ...Read More
Explanation : कुमाऊं में कुली बेगार की प्रथा 1921 में समाप्त हुई। 1921 के आरम्भ में कुमाऊं का सामाजिक-राजनैतिक वातावरण असहयोग आंदोलन के तीव्र प्रभाव में था। गांवों-विशेष रूप से समस्त कत्यूर, बोरारौ तथा रानीखेत क्षेत्र में बेगार विरोधी लहर पूरी ...Read More
Explanation : सहस्त्र ताल उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में स्थित है। यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा ताल और सबसे अधिक गहरा ताल है। यह अद्भुत ताल समुद्र तल से 16,780 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह ताल मील की परिधि में फैला हुआ तथा इसकी गहराई 100 फीट है। इस ...Read More
Explanation : रूपकुंड (कंकाल झील) भारत उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित एक हिम झील है जो अपने किनारे पर पाए गये पांच सौ से अधिक मानव कंकालों के कारण प्रसिद्ध है। यह स्थान निर्जन है और हिमालय पर लगभग 5029 मीटर (16499 फीट) की ऊंचाई पर स्थ ...Read More
Explanation : उत्तराखंड के खेल मंत्री रेखा आर्य है। उन्हें पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, खेल व युवा कल्याण मंत्री बनाया गया है। इस तरह उनके पास 4 विभाग है। रेखा आर्य धाम ...Read More
Explanation : उत्तराखंड के गृह मंत्री पुष्कर सिंह धामी है, जो राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री भी है। उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) की कैबिनेट के विभागों का आवंटन 29 मार्च 2022 को किया गया था। इसमें मुख्यमं ...Read More
Explanation : उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड का मुख्यालय अल्मोड़ा में स्थित है। लेकिन उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड की बैठक में बोर्ड का मुख्यालय अल्मोड़ा से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। इसी बैठक में चार नई चाय फैक्ट्र ...Read More
Explanation : केंद्र की नई शिक्षा नीति (National Education Policy) लागू करने वाला देश का पहला राज्य उत्तराखंड बना है। उत्तराखंड (Uttarakhand) में 12 जुलाई 2022 से नई शिक्षा नीति (National Education Policy) लागू कर दी गई है। यहां सबसे पहले विद् ...Read More
Explanation : उत्तराखंड में एक ग्राम सभा की स्थापना राज्य सरकार द्वारा की जाती है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243क के अनुसार, ग्राम सभा, ग्रामस्तर पर ऐसी शक्तियों का प्रयोग और ऐसे कृत्यों का पालन कर सकेगी जो किसी राज्य के विधानमंडल द्वारा, विध ...Read More
Web Title : Uttarakhand Ke Shiksha Mantri Kaun Hai
महोदय शिक्षा मंत्री से निवेदन है कुलान्टेश्वर अल्मोड़ा उत्तराखंड लखारा घाटी महोदय इस स्कूल की हालत बहुत खराब हो चुकी है टूटने के कगार पर है पूरे स्कूल में दरारें पड़ चुकी है कभी भी टूट सकता है क्योंकि इसमें हमने काफी फोटो के और मैसेज भेजिए कागज भेजे जो अभी तक वही इस डिस्को में कर्मचारी देखने नहीं आए कृपया आप इसलिए स्कूल की हालत देखकर आप कह सकते हैं कि बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है कभी भी टूट सकते हैं बच्चों को छोटा सकती है बरसात के टाइम है बच्चों को कैसे पढ़ाए गा कृपया इस पर जल्दी से जल्दी कार्रवाई करें अथवा हम लखारा घाटी के सभी अभाव आपकी आभारी होंगे धन्यवाद लखारा घाटी न्यूज़