यह संचार व सूचना प्रौद्योगिकी, चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं आयुर्विज्ञान का समन्वय है, टेली-मेडिसिन प्रणाली के अन्तर्गत विशेष रूप से तैयार किए गए हार्डवेयर और सॉफ्वेयर, रोगी तथा डॉक्टर को दोनों छोरों पर प्रदान किए जाते हैं, इनके जरिए रोग निवारण के उपकरण, एक्स-रे, ईसीजी, जाँच रिपोर्ट आदि रोगी तक पहुँचाए जाते हैं, यह जानकारी इनसैट उपग्रह के माध्यम से प्राप्त की जाती है, अमूमन रोगी की बीमारी से सम्बन्धित समस्त जानकारी विशेषज्ञ डॉक्टर को भेजी जाती है, इसके बाद डॉक्टर जाँच-पड़ताल के बाद रोगी से सीधे वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा बातचीत करके रोग का निदान और उपचार करते हैं, इस कार्य के लिए सरकारी अस्पताल, कुछ गैर-सरकारी संगठन या ट्रस्टी अस्पताल चुने जाते है, ताकि इस प्रणाली को सुचारु रूप से चलाने में पर्याप्त प्रशिक्षण प्राप्त हो सके और आगे चलकर टेली-मेडिसिन को राष्ट्रीय स्तर पर चलाया जा सके, अभी हाल ही में कर्नाटक राज्य के सभी जिला चिकित्सालयों में टेली—मेडिसिन सुविधा स्थापित करने का कार्य आरम्भ कर दिया है।