तीसरी शताब्दी में वारंगल प्रसिद्ध था?

(A) तांबे के बर्तनों के लिए
(B) स्वर्ण आभूषणों के लिए
(C) लोहे के यंत्रों/उपकरणों हेतु
(D) हाथी दांत के काम हेतु

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS 2003]

Answer : लोहे के यंत्रों/उपकरणों हेतु

वारंगलन दक्षिण भारत का एक प्रमुख नगर था। यहां लोहे और उसके उपकरण बनते थे। यहां लोहे की प्रमुख खानें थीं। यहां के जंगलों में हाथी भारी मात्रा में रहते थे। उनका उपयोग सेना में गज सेना के रूप में होता था। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सं​बंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते है। जिसके उत्तरों भी कभी नहीं बदलते है। इसलिए अगर आप संघ एवं राज्य सिविल सेवा या राज्यस्तरीय किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है, तो इन्हें अच्छी तरह से याद कर लें। ताकि गलती की कोई संभावना न रहें।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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