तेभागा आंदोलन क्या है?

(A) सत्याग्रह की समाप्ति
(B) जमींदारों के अधिकारों की रक्षा करना
(C) लगान अदायगी न करना
(D) फसल विभाजन में​ हिस्सा

Answer : फसल विभाजन में​ हिस्सा

तेभागा आंदोलन (वर्ष 1946) त्रिपुरा के हसनाबाद से आरंभ हुआ, जोकि नोआखोली के समीप है। इन दिनों यहां साम्प्रदायिक दंगे हो रहे थे। वहां के बंटाईदार किसानों ने घोषणा की, कि वे फसल का दो-तिहाई भाग स्वयं लेंगे तथा जमींदारों को केवल एक तिहाई हिस्सा ही लेंगे। फसल विभाजन के कारण ही यह आंदोलन तेभागा आंदोलन कहलाता है। यह एक व्यापक आंदोलन था, जिसमें लगभग 50 लाख किसानों ने भाग लिया। पुलिस व जमींदारों से हिंसक संघर्ष में अनेक किसान मारे गए। पुलिस ने दमन चक्र चलाकर इसे दबा दिया, परंतु किसानों को रियासतें भी दीं। इसके प्रमुख नेता कम्पाराम तथा भवन सिंह थे। तेभागा आंदोलन बंगाल किसान सभा द्वारा संगठित किया गया था।
Tags : आधुनिक इतिहास इतिहास प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Tebhaga Andolan Kya Hai