Explanation : राम हृदय जाके नहीं, विपति सुमंगल ताहि। राम हृदय जाके, नहीं विपति सुमंगल ताहि।। पंक्ति में लाटानुप्रास अलंकार है। लाटानुप्रास अलंकार की परिभाषा – जहाँ शब्द और वाक्यों की आवर्ती हो इसके अलावा हरेक जगह पर अर्थ भी वही पर अन्वय करने प
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