Explanation : वात्सल्य रस का स्थायी भाव वत्सलता है। ऐसे भाव जो हृदय में संस्कार रूप में स्थित होते हैं, जो चिरकाल तक रहने वाले अर्थात् अक्षय, स्थिर और प्रबल होते हैं तथा जो रसरूप में परिवर्तित या परिणत होते हैं, स्थायी भाव कहलाते हैं। स्थायी भ
...Read More