परमार वंशी भोज को इतिहास उसकी विद्वता तथा विद्या एवं कला के उदार संरक्षक के लिये जाना जाता है। वह स्वयं विद्वान था तथा उसने कविराज की उपाधि धारण की थी। समरांगण सूत्रधार, सरस्वतीकंठभरण, सिद्धांत संग्रह राजमार्तण्ड युक्तिकल्पतरू उसकी प्रसिद्ध रचनाएं है
...Read More