मुगलकाल में राजस्व के स्त्रोत मुख्यत: भूराजस्व, चुंगी, उपहार, नमक पर कर, पाल टैक्स या व्यक्ति कर था। इन सबमें 'भूराजस्व' सर्वाधिक महत्वपूर्ण था। मुगलकाल में 'मदद-ए-मार्श' भूमि अनुदान के रूप में धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति को दी जाती थी। इस तरह की अध
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