प्राचीन काल भारत

  • द्रोण एक माप था?
    द्रोण अनाज मापने की इकाई थी। इसके अतिरिक्त अनाज मापने का बाट, प्रस्थ, आडक, तथा खारी था। भूमि पर राज्य तथा कृषक दोनों का अधिकार होता था। राजकीय भूमि की व्यवस्था करने वाला प्रधान अधिकारी 'सीताध्यक्ष' था जो दासों, कर्मकारों तथा बंदियों की सहायता से खेती ...Read More
  • मौर्यकाल का मुख्यत: कौन-सा भूमिकर था?
    मौर्यकाल में आय का मुख्य स्त्रोत भूमिकर था। यह सिद्धांतत: उपज का 1/6 था, परंतु व्यवहार में यह 25% तक हो जाता था जैसा कि अर्थशास्त्र एवं यूनानी प्रमाणों से ज्ञात होता है। भूमिकर को 'भाग' कहा जाता था। 'समाहर्त्ता' नामक पदाधिकारी करों को एकत्र करने तथा ...Read More
  • कौन सा अशोक कालीन अभिलेख ‘खरोष्ठी’ लिपि में है?
    अशोक कालीन अधिकांश शिलालेख ब्राह्मी लिपि और प्राकृत भाशा में है किंतु शहबाजढ़ी और मानसेहरा के शिलालेख खरोष्ठी लिपि में हैं। लघमान, तक्षशिला के लेख आरमेइक लिपि में, कंधार लेख ग्रीक लिपि एवं अरामेइक का साथ-साथ प्रयोग हुआ हैं, यह द्विभाषिक लिपि में हैं। ...Read More
  • रानी के अभिलेख किसे कहा जाता है?
    अशोक के स्तंभ लेखों में केवल 'ब्राह्मी' लिपि का ही प्रयोग हुआ है। तीसरे लघु स्तंभ लेख को जारी करने वाली रानी कारूवाकी थी। पांचवें वृहत् स्तंभ लेख से प्रकट होता है कि अशोक प्रतिवर्ष अपने अभिषेक दिवस पर बंदियों को मुक्त कर देता था। बतादें कि इस प्रकार ...Read More
  • राजा खारवेल का नाम जुड़ा है?
    मौर्योंत्तर काल में कलिंग के उदयगिरि के हाथीगुम्फा से खारवेल का एक लंबा अभिलेख प्राप्त हुआ है जो दुर्दशाग्रस्त है। उस अभिलेख से हमें खारवेल का जीवन परिचय मिलता है। वह जैन मातावलंबी था, हालांकि सैन्य अभियानों में संलग्न रहता था। कहते हैं कि उसने पश्चि ...Read More
  • Related Questions