प्राचीन काल भारत

  • महाभारत मूलत: किस रूप में जानी जाती थी?
    महाभारत की रचना वेदव्यास ने की थी। पहले इसमें केवल 8800 श्लोक थे और इसका नाम जय संहिता था। बाद में यह बढ़कर 24000 श्लोक हो गया और भारत नाम से प्रसिद्ध हुआ। अंत में एक लाख श्लोक होने के कारण इसे शत् साहस्त्री संहिता या महाभारत कहा जाने लगा। यह अट्टारह ...Read More
  • भारतीय तर्कविद्या का प्राचीनतम ग्रंथ है?
    न्याय दर्शन के प्रवर्तक गौतम ऋर्षि है इन्हें अक्षपाद की कहते जाता है। न्याय का शाब्दिक अर्थ तर्क या निर्णय है तो इस बात का सूचक है कि यह दर्शन मुख्यत: बौद्धिक, विश्लेषणात्मक तथा तार्किक है। इसे तर्कशास्त्र, प्रमाणशास्त्र, वाद विद्या, हेतु विद्या आन्व ...Read More
  • दि रूट्स ऑफ एन्सियंट इंडिया’ के लेखक थे?
    'दि रूट्स ऑफ एन्सियन्ट इंडिया' के लेखक डब्ल्यू ए फेअरसर्विस थे। 1971 में लिखी गई इस पुस्तक में प्राचीन पुरातात्विक अध्ययन किया गया है। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सं​बंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते है। जिसके उत्तरों भी ...Read More
  • भास्कर एक महान :
    आचार्य भास्कर प्रथम (600 ई.) एक प्रसिद्ध खगोलशास्त्री थे। ये ब्रह्मपुत्र के समकालीन थे। इन्होंने आर्यभट्ट के सिद्धांतों पर टीकायें लिखी एवं स्वतंत्र ग्रंथ भी लिखा है। इनके तीन प्रमुख ग्रंथ हैं - महाभास्कर्य, लघुभास्कर्य, और भाष्य। बतादें कि इस प्रकार ...Read More
  • तोल्काप्पियम कैसा ग्रंथ था?
    तोत्काप्पियम द्वितीय संगम साहित्य का एकमात्र अवशिष्ट ही नहीं प्रत्युत अद्यतन प्राचीन तमिल साहित्य का प्राचीनतम ग्रंथ है। इसके प्रणयनकर्त्ता तोल्काप्पियर ऋाष अगस्त्य के 12 योग्य शिष्यों में से थे। यह एक व्याकरण ग्रंथ है। जिसकी रचना सूत्र शैली में की ग ...Read More
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