Explanation : सो सुख सुजस सुलभ मोहि स्वामी में अनुप्रास अलंकार है। इसमें स की आवृत्ति पांच बार हुई है, पर स्वरों का मेल (सुख, सुजस, सुलभ केवल तीन बार हुआ है। अनुप्रास अलंकार की परिभाषा – जहाँ व्यंजनों की आवृत्ति बार-बार हो, चाहे उनके स्वर मिले
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