स्वामी अग्रदास का संबंध किस भक्ति-शाखा से है?

(A) ज्ञानमार्गी शाखा
(B) प्रेममार्गी शाखा
(C) रामभक्ति शाखा
(D) कृष्णभक्ति शाखा

Question Asked : UGC-NET/JRF 2016 -IInd Paper

Answer : रामभक्ति शाखा

Explanation : स्वामी अग्रदास का संबंध रामभक्ति शाखा से है। स्वामी अग्रदास अष्टछाप के लेखक कृष्णदास पयहारी के शिष्य थे, लेकिन इनकी भक्ति रामोपासना की ओर अधिक थी। अतः इनकी गणना रामभक्ति शाखा में की जाती है। ये तुलसीदास के समकालीन तथा 'भक्तमाल' के रचयिता नाभादास के गुरु थे। इन्होंने चार पुस्तकों की रचना की 1. हितोपदेश उपखाणाँ बावनी, 2. ध्यानमंजरी, 3. रामध्यान मंजरी और 4. कुंडलिया। हितोपदेश उपखाणाँ बावनी को 'कुंडलिया रामायण' भी कहते हैं।
Tags : हिंदी साहित्य
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Web Title : Swami Agradas Ka Sambandh Kis Bhakti Shakha Se Hai