Explanation : सुपोषित मां अभियान कोटा, राजस्थान में शुरू किया गया है। कुपोषण मुक्त भारत बनाने की दिशा में 29 फरवरी 2020 को राजस्थान के कोटा बूंदी संसदीय क्षेत्र मे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने ‘सुपोषित मां अभियान’ शुरू किया। अभियान के प्रथम चरण में एक हजार गर्भवती महिलाओं को 17 किलोग्राम संतुलित आहार के 1000 किट प्रदान किए गए। जिनमें से 25 महिलाओं को प्रतीकात्मक रूप से मंच से किट दिए गए।
इस अभियान के तहत 1000 महिलाओं को एक महीने की भोजन सामग्री 12 महीने तक दी जाएगी। वहीं, मेडिकल, जांच, रक्त, दवा, प्रसव समेत जच्चा बच्चा के स्वास्थ्य की चिंता की जाएगी। चिन्हीत महिलाओं को गर्भवती महिलाओं को गोद लेने के लिए वेबसाइट पर पंजीयन कराना होगा। एक परिवार को केवल एक ही गर्भवती महिला गोद दी जाएगी।
बिरला ने इस अभियान के बारे में कहा कि सुपोषित मां अभियान हमारी आने वाली पीढियों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने का अभियान है। “मां शक्तिदात्री होती है, संसार का सारा चक्र मां के आसपास घूमता है। मां वात्सल्य, संवेदना और पीड़ा की प्रतीक है, इसीलिए भारतीय संस्कृति में मां को पूजनीय माना गया है। लेकिन मां की असली पूजा तब साकार होगी, जब हम मां को स्वस्थ रख सकेंगे। इसीलिए हर मां का सुपोषण हम सबकी जिम्मेदारी है।
वही इरानी ने बताया कि “आज संकल्पित समाज नया इतिहास लिखने के लिए एकत्रित हुआ है। आज का कार्यक्रम मानवता को जन्म देने वाली उसी जीवनदायिनी मां को समर्पित है। आज मां की जिम्मेदारी परिवार नहीं बल्कि समाज को देने का कार्यक्रम शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री ने नौ हजार करोड़ की लागत से देश में सुपोषण का अभियान शुरू किया है।”
....अगला सवाल पढ़े