सुपर ओवर (Super over) जिसे वन-ओवर एलिमिनेटर भी कहा जाता है, एक टाई-ब्रेकिंग विधि है, जिसे सीमित ओवरों के क्रिकेट मैसों में प्रयोग किया जाता है। जब निर्धारित ओवरों मे मैंच का फैसला नहीं हो पाता है और मैच को टाई घोषित किया जाता है, तब मैच में विजेता टीम को चुनने के लिए दोनों टीमों को अतिरिक्त छह-छह गेदें दी जाती है और सुपर ओवर में पहले बैटिंग वह टीम करती है, जो निर्धारित ओवरों में लक्ष्य का पीछा कर रही होती है। इस सुपर ओवर में प्रत्येक टीम के कप्तान द्वारा तीन नामों की घोषणा की जाती है, जो बल्लेबाजी के लिए उतरते हैं।
इस सुपर ओवर में जिस टीम ने ज्यादा रन बनाए उसे विजेता घोषित किया जाता है, लेकिन यदि सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने बराबर रन बनाए हों, तो विजेता का फैसला सुपर ओवर में लगाई गई बाउण्ड्री और निर्धारित ओवरों में लगाई गई बाउण्ड्री के आधार पर किया जाता है और दोनों प्रारूपों में जिस टीम में सबसे ज्यादा बाउण्ड्री लगाई होती हैं, वह टीम उस मैच को जीत जाती है।
सुपर ओवर की शुरुआत: (Beginning of Super Over)
सुपर ओवर की शुरुआत 2008 में T-20 क्रिकेट में हुई थी। इससे पहले “बाल-आउट” तरीके का इस्तेमाल किया जाता था। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसकी शुरुआत 2011 में हुई थी।
सुपर ओवर के नियम (Rules for Super over)
1. सुपर ओवर में एक टीम की ओर से अधिकतम तीन खिलाड़ी (जो कि बैटिंग शुरू करने से पहले से ही बताने पड़ते है) भाग ले सकते है। दो ओपनिंग जोड़ी के रूप में और एक अन्य किसी खिलाड़ी के आउट होने की दशा में। यानी कुल मिलाकर तीन बल्लेबाज क्रीज पर आ सकते हैं।
2. प्रत्येक टीम को एक ओवर खेलने को दिया जाता है।
3. जो टीम मैच में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करती है, वो टीम सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करने आती है। विश्व कप 2019 में भी ऐसा ही हुआ है। सुपर ओवर खेलने के पहले न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग की थी लेकिन सुपर ओवर में इंग्लैंड ने पहले बैटिंग की थी।
4. कोई एक खिलाड़ी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों काम नहीं कर सकता है।
5. सुपर ओवर में किसी भी टीम के 2 विकेट गिरते ही पारी समाप्त हो जाती है।
6. अगर डकवर्थ लुईस नियम हुआ तो जो टीम “सुपर ओवर” की आखिरी गेंद पर ज्यादा रन बनाती है वह जीत जाती है।
7. गेंदबाजी करने वाली टीम चुनती है कि वह किस “छोर” से गेंदबाजी करेगी।
8. अगर सुपर ओवर भी टाई हो गया तो जिस टीम ने पूरे मैच में ज्यादा चौके लगाये हैं वह टीम जीत जाती है। विश्व कप 2019 के विजेता का निर्णय भी इसी तरीके से हुआ था।
9. अगर सुपर ओवर में भी मैच टाई हो जाता है तो 2010 से पहले जो टीम सुपर ओवर में ज्यादा छक्के लगाती थी वह टीम जीतती थी।
10. सुपर ओवर में बनाये गए रन और विकेट रिकॉर्ड में नही जोड़े जाते हैं।