संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रतिवर्ष संगीत, नाटक, नृत्य, वादन एवं गायन के क्षेत्र में विशिष्ट कलाकारों को दिया जाने वाला सम्मान है। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये का चेक, ताम्र पत्र और अंग वस्त्रम प्रदान किया जाता है। संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार द्वारा स्थापित भारत की संगीत एवं नाटक की राष्ट्रीय स्तर की सबसे बड़ी अकादमी द्वारा यह पुरस्कार दिया जाता है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। पुरस्कारों का निर्णय अकादमी महापरिषद् करती है। पुरस्कार समारोह में पुरस्कार वितरण भारत के राष्ट्रपति द्वारा होता है। संगीत, नाटक, नृत्य, वादन एवं गायन के क्षेत्र में अकादमी प्रतिवर्ष कुछ रत्न सदस्यों (फेलो) का चुनाव करती है। अभी तक वर्ष 2018 तक के ही संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किये गये है।
महाराष्ट्र के प्रसिद्ध गायक सुरेश वाडकर को सुगम संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए वर्ष 2018 के ‘संगीत नाट्य अकादमी अवार्ड’ के लिए चुना गया है। इसके साथ ही नाटक लेखन में राजीव नाईक और अभिनय में सुहास जोशी को अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा एक कार्यक्रम में दिए जाएंगे। वही शास्त्रीय गायक समीन कशालकर का उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां युवा पुरस्कार के लिए चयन हुआ है।
वर्ष 2017 के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में 6 फरवरी 2018 को 42 कलाकारों को प्रदान किये। संगीत क्षेत्र से 11 कलाकार, पारंपरिक कला से 10 कलाकार, नृत्य और रंगमंच से नौ-नौ कलाकार तथा दो कलाकारों को संयुक्त रुप से पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा विजय वर्मा तथा संध्या पुरेचा को संपूर्ण योगदान आैर स्कॉनरशिप वर्ग में सम्मानित किया गया।
पुरस्कार पाने वाले प्रमुख कलाकारों में रमा वैद्यनाथन (नृत्य), रमाकांत गुंदेचा और उमाकांत गुंदेचा (ध्रुपद गायन), राजेंद्र प्रसन्ना (बांसुरी), हेमा सहाय (अभिनय), बापी बोस (निर्देशन),सुजाता महापात्रा (ओडिशी नृत्य) और शोभा केसर (कथक) आदि शामिल हैं।