Question Asked : उत्तर प्रदेश प्रवक्ता भर्ती परीक्षा, 2016
Answer :के. डेविस
Explanation : सामाजिक स्तरीकरण का प्रकार्यात्मक सिद्धांत के. डेविस ने प्रतिपादित किया। समाजों में स्तरीकरण इसलिए पाया जाता है कि प्रत्येक समाज यह महसूस करता है कि सामाजिक संरचना में प्रत्येक व्यक्ति का कोई न कोई स्थान निश्चित होना चाहिए तथा विभिन्न स्थानों को प्राप्त करने की उन्हें प्रेरणा दी जानी चाहिए। इस प्रकार सामाजिक विषमता समाज में अचेतन रूप से विकसित होती है। इसके द्वारा समाज ऐसी व्यवस्था करता है कि सबसे महत्वपूर्ण पदों पर सबसे योग्य व्यक्ति पहुंचे।
डेविस का कहना है, कि समाज के विभिन्न पदों के लिए विभिन्न बुद्धि एवं योग्यता की आवश्यकता पड़ती है, जो पद सामाजिक दृष्टि से अधिक महत्वपूर्ण होते हैं, ऐसे पदों के लिए अधिक पुरस्कार की आशा की जाती है। महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए विशेष प्रतिभा एवं प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। कुछ प्रशिक्षण कठिन एवं खर्चीले होते हैं। अतः उन्हें सभी व्यक्ति प्राप्त नहीं कर सकते। इसलिए इन पदों के लिए समाज अधिक सुविधा एवं पुरस्कार की व्यवस्था करता है। उदाहरण के लिए समाज में डॉक्टर, इंजीनियर, आई. ए.एस. के पद आदि महंगे और अधिक परिश्रम के बाद प्राप्त होते हैं। बजाय एक अध्यापक या चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के पद के। अतः इन पदों के लिए समाज द्वारा अधिक वेतन एवं सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है।....अगला सवाल पढ़े
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Explanation : 'नगरीकरण एक प्रक्रिया है और नगरवाद एक परिस्थिति है', बर्गेल ने कहा था। जनसंख्या का ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में जाना ‘नगरीकरण' कहलाता है। इसके परिणामस्वरूप जनसंख्या का बढ़ता हुआ भाग ग्रामीण स्थानों में रहने की बजाय शह ...Read More
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Web Title : Samajik Starikaran Ka Prakaryatmak Siddhant Kisne Pratipadit Kiya