Explanation : सामाजिक नियंत्रण के चेतन व अचेतन स्वरूप का उल्लेख चार्ल्स कूले ने किया है। कूले के अनुसार सामाजिक घटनायें दो प्रकार से समाज को नियंत्रित करती हैं। चेतन नियंत्रण-मनुष्य अपने जीवन में अपने समूह के लिए कई कार्य तथा व्यवहार जागरूक अवस्था में सोच-समझ कर करता है। यह चेतन अवस्था कहलाती है। जागरूक अवस्था में किया गया कोई भी कार्य चेतन नियंत्रण कहलाता है। अचेतन नियंत्रण- प्रत्येक समाज या समूह की अपनी संस्कृति, प्रथायें, रीति-रिवाज, लोकाचार, परम्परायें तथा संस्कारों से निरन्तर प्रभावित होकर उनके अनुरूप ही समाज व समूह के प्रति व्यवहार करता है, इन प्रथाओं रीति-रिवाजों या धार्मिक संस्कारों के प्रति व्यक्ति अचेतन रूप से जुड़ा रहता है और जीवन पर्यन्त वह उसकी अवहेलना नहीं कर पाता, जो समाज व समूह को नियंत्रित करने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह अचेतन नियंत्रण कहलाता है।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : जाति का प्रजातीय सिद्धांत हर्बट होप रिस्ली ने दिया। 4 जनवरी, 1851 को इंग्लैंड के बकिंघमशायर में पैदा हुए हर्बट एक अंग्रेजी नृवंश विज्ञानी और औपनिवेशिक प्रशासक थे, वह 1901 की जनगणना में ब्रिटिश भाररत के सारे हिंदू आबादी को जाति व् ...Read More
Explanation : भारत में बाल अपराधी की अधिकतम उम्र सीमा लड़कों के लिए 16 वर्ष और लड़कियों के लिए 18 वर्ष है। भारत में बाल न्याय अधिनियम 1986 (संशोधित) के अनुसार नाबालिग अपराधियों की उम्र सीमा 18 वर्ष से घटाकर 16 वर्ष कर दी गई है। सजा के मामले मे ...Read More
Explanation : एक निश्चित आयु के बालक द्वारा समाज में निषिद्ध अथवा कानून विरोधी कार्य करना बाल अपराध कहलाता है। बाल अपराध दो शब्दों का संयोग है-'बाल + अपराध'। ‘बाल' का अर्थ है-बालक या किशोर, 'अपराध' का अर्थ है, कानून का उल्लंघन। इस प्रकार बाल-अ ...Read More
Explanation : प्रघटनाशास्त्र का प्रणेता अल्बर्ट हर्सल को माना जाता है। फेनोमेनोलॉजी एक दर्शन, पद्धति, विधि एवं उपागम के रूप में एक नवीनतम समाजशास्त्रीय सिद्धांत है जिसका विकास दर्शनशास्त्र से हुआ फेनोमोलॉजी शब्द यूनानी भाषा के फैनीन (Phainein) ...Read More
Explanation : जनजाति के पिछड़े हिंदू जी.एस. घुरिए ने कहा है। उन्होंने महाराष्ट्र के ‘महादेव कोली' जनजाति का अध्ययन किया तथा 'द महादेव कोलीस' पुस्तक की रचना की। इनका कहना है, कि जनजातियां ‘पिछड़े हिंदू' (Back ward Hindus) ही हैं, अतः इन्हें समा ...Read More
Explanation : धर्मनिरपेक्षता का मतलब सभी धर्मों को समान सम्मान देना है। सामाजिक विचारकों ने धर्मनिरपेक्षीकरण शब्द का प्रयोग उस प्रक्रिया के लिए किया है, जहाँ धार्मिक संस्थान तथा धार्मिक विचारधाराओं तथा समझ का नियंत्रण सांसारिक मामलों और आर्थिक ...Read More
Explanation : भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में मौसमी और प्रच्छन्न बेरोजगारी पाई जाती है। प्रच्छन्न बेरोजगारी, अर्थात् छुपी हुई बेरोजगारी, यह वह स्थिति है, जब एक श्रमिक काम तो कर रहा होता है, लेकिन उसकी क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो पाता है। ऐसी स् ...Read More
Explanation : सामूहिक प्रतिनिधान की अवधारणा दुर्थीम ने दी थी। दुर्थीम ने कभी प्रत्यक्ष रूप से स्व: के विकास के लिए समाजीकरण की चर्चा नहीं की, लेकिन अपनी पुस्तक सोशियो लॉजी एंड फिलोसॉफी (Sociology and Philosophy) में व्यक्ति में व्यक्तित्व विका ...Read More
Explanation : 'नगरीकरण एक प्रक्रिया है और नगरवाद एक परिस्थिति है', बर्गेल ने कहा था। जनसंख्या का ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में जाना ‘नगरीकरण' कहलाता है। इसके परिणामस्वरूप जनसंख्या का बढ़ता हुआ भाग ग्रामीण स्थानों में रहने की बजाय शह ...Read More
Explanation : 'समाजशास्त्र का अतीत बहुत लंबा है, किंतु इसका इतिहास संक्षिप्त है', यह कथन राबर्ट बीयरस्टीड का है। समाजशास्त्र के ऐतिहासिक विकास के अध्ययन से संबंधित है। समाजशास्त्र सामाजिक संस्थाओं के रूप में जीवन के विभिन्न चरण, परंपरा, रीति-र ...Read More
Web Title : Samajik Niyantran Ke Chetan Va Achetan Swaroop Ka Ullekh Kisne Kiya