सबसे ज्यादा अंडे देने वाली मुर्गी का नाम व्हाइट व्हाइट लेग हार्न और मिनोर्का है। अंडे उत्पादन के लिए व्हाइट लेग हार्न सबसे अच्छी नस्ल है। इस नस्ल का शरीर हल्का होता है। जल्दी अंडा देना प्रारंभ कर देती है। मांस उत्पादन हेतु कार्निश व व्हाइट रॉक नस्ल उपयुक्त हैं। ये कम उम्र में अधिक वजन प्राप्त कर लेती हैं। तथा इस नस्ल में आहार को मांस में परिवर्तन करने की क्षमता होती है। मुुर्गी के आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व वसा के साथ-साथ खनिज पदार्थ तथा विटामिन मुख्यत: होते हैं। जिससे मुर्गी ज्यादा अंडे देती है।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 584.75 अरब डॉलर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 7 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 6.30 अरब डॉलर बढ़कर 584.75 अरब डॉलर पर पहुंच गया है जो 9 माह का उच्च स्तर है। आरबीआई ने 1 ...Read More
विश्व की सबसे बुजुर्ग जीवित महिला मारिया ब्रान्यास मोरेरा है। जो स्पेन में रह रही हैं और वह 115 वर्ष की हैं। आपको बता दे कि जेरोन्टोलॉजी रिसर्च ग्रुप (Gerontology Research Group) 110 या उससे अधिक उम्र के लोगों का ब्योरा रखता है। इस संस्था के संस्थापक ...Read More
Explanation : टाटा समूह का सबसे पुराना बिजनेस कपड़ा मिल का है। भारत के महान उद्योगपति तथा विश्वप्रसिद्ध औद्योगिक घराने टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा ने वर्ष 1868 में 21000 रुपयों के साथ अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया। सबसे पहले जमशेदजी ने ...Read More
Explanation : सूअर के शरीर में 223 हड्डियां होती हैं, लेकिन यह हड्डियां मनुष्यों की तरह कठोर न होकर मुलायम हड्डियां होती है। जिससे शरीर कड़ा बना रहता है। इनकी खाल दूसरे खुर वाले प्राणियों की तुलना में बहुत मोटी होती है और इनके शरीर जो थोड़े बह ...Read More
Explanation : भारत में विश्व की लगभग 57 प्रतिशत भैंस पाई जाती हैं। यह विश्व में भैंसों की कुल संख्या से आधे से अधिक है। भैस एक शांत स्वभाव वाला तथा कम मेहनत से दूध देने वाला पशु है। भैंसों के दूध में वसा प्रतिशत अधिक होता है। इसलिए भारत में पश ...Read More
Explanation : मेहसाणा मुर्रा और सूरती नस्लों के बीच की नस्ल है। इस नस्ल के पशुओं का मूल स्थान गुजरात राज्य का मेहसाणा जिला है, जो मेहसाना (Mehsana) भी कहलाता है। उसके निकटवर्ती स्थानों; जैसे–सिद्धपुर, सटन एवं राधनपुर आदि जिलों में ये पशु काफी ...Read More
Explanation : नागपुरी भैंस 5.5 से 8 किग्रा तक दूध देती है। जबकि इस नस्ल के नर पशु भारी कार्यों तथा बोझा ढोने के काम में लाए जाते हैं। नागपुरी भैंस की नस्ल के पशु महाराष्ट्र राज्य के नागपुर, वर्धा और बराड़ जिलों तथा आंध्र प्रदेश के हैदराबाद जिल ...Read More
Explanation : नीली रावी नस्ल की भैंस 8 किग्रा दूध प्रतिदिन दे सकती है। तथा 250 दिन के एक ब्यांत में लगभग 2,000 किग्रा दूध दे देती है। इस नस्ल के पशु पंजाब राज्य में रावी नदी के निकटवर्ती क्षेत्रों में पाए जाते है। इन पशुओं का शरीर भारी तथा मां ...Read More
Explanation : भैंस की जाफराबादी (Jafarabadi) नस्ल को छोटा हाथी कहा जाता है। ये चारा अधिक खाती है और दूध भी अधिक देती है। इस जाति का मूल स्थान दक्षिणी काठियावाड़ तथा जाफराबाद का निकटवर्ती स्थान है। जाफराबादी नस्ल के पशु भारी बदन के होते हैं और ...Read More
Explanation : हैंड बुक ऑफ एग्रीकल्चर (Handbook of Agriculture) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का प्रकाशन है। यह Indian Agricultural Research Institute-ICAR के सबसे लोकप्रिय प्रकाशनों में से एक है। इसमें भारतीय कृषि में विज्ञान के नेतृत्व वाले विका ...Read More
Web Title : Sabse Jyada Ande Dene Wali Murgi Ka Naam