रीतिकाल को श्रृंगार काल किसने कहा है?

(A) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने
(B) आचार्य विश्वनाथ मिश्र ने
(C) मिश्रबन्धु ने
(D) रमाशंकर शुक्ल रसाल ने

Answer : आचार्य विश्वनाथ मिश्र ने

Explanation : रीतिकाल को श्रृंगार काल आचार्य विश्वनाथ मिश्र ने कहा है। जबकि मिश्र बंधुओं ने रीतिकाल को अलंकृत काल कहा है, आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिकाल को रीतिकाल ही कहा है तथा रमाशंकर शुक्ल रसाल ने रीतिकाल को कलाकाल की संज्ञा प्रदान की है। आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र की प्रमुख रचनाएं वाङ्मय विमर्श, हिन्दी का सामयिक साहित्य, बिहारी की वाग्विभूति, नीला कण्ठ उजले बोल, काव्यांग कौमुदी, गोसाईं तुलसीदास, केशव ग्रंथावली (सं.), रामचरितमानस (सं.) आदि है।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Ritikal Ko Shringar Kal Kisne Kaha Hai