रेगिस्तानी टिड्डी का वैज्ञानिक नाम शिस्टोसरका ग्रेगेरिया (Schistocerca Gregaria) है। विश्व में मुख्य रूप से 10 प्रकार की टिड्डियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। इसमें रेगिस्तानी टिड्डी के अलावा बोम्बे टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–नोमेडेक्रिस सुसिंक्टा), प्रवासी टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–लोकस्ट माइग्रेटोरिया मेनिलेंसिस; लोकस्ट माइग्रेटोरिया माईग्रेटोरिया-ओइड्स), इटेलियन टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–केलिप्टामस इटेलिकस), मोरक्को टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–डोसिओस्टोिरस मोरोक्केनस), लाल टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–नोमाडेक्रिस सेप्टेमफेसियाटा), भूरी टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–लोकस्टा्ना पार्डालिना), दक्षिणी अमेरिकन टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–शिस्टोसरका पेरेनेंसिस), आस्ट्रे्लियन टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–क्रोटोइसिटिस टर्मेनिफेरा) और वृक्ष टिड्डी (वैज्ञानिक नाम–ऐनेक्रिडियम प्रजाति) हैं। इन सभी में रेगिस्तानी टिड्डी काफी खतरनाक मानी जाती है। ये बहुत अधिक भोजन खाने के आदी होने के कारण प्राकृतिक और उगाई हुई वनस्पति को सबसे अधिक क्षति पहुंचाती है। जिसके कारण देश में भोजन और चारे की राष्ट्रीय आपातकालीन स्थिति पैदा हो जाता है।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : पेंसिल में ग्रेफाइट (Graphite) पाया जाता है। कार्बन एक ऐसा तत्व है जो कि कई अपरूपों में पाया जाता है- ग्रेफाइट, हीरा, कोयला, चारकोल, काजल, गंधक, फास्फोरस, टिन, सिलिकोन आदि कार्बन के विभिन्न अपरूप है। ग्रेफाइट कार्बन का ऐसा अपरूप ...Read More
Explanation : प्रकाश का वेग अधिकतम निर्वात (Vacuum) में होता है। प्रकाश का वेग निर्वात् में सबसे अधिक होता है। निर्वात् में प्रकाश का वेग लगभग 2.99792458 x 10 8 मीटर/सेंकड होता है। निर्वात् से तात्पर्य ऐसे स्थान (क्षेत्र) से है जहां कोई पदार्थ ...Read More
Explanation : विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र केरल राज्य में है। जो केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित है। यहां पर रॉकेट, प्रक्षेपण यान एवं कृत्रिम उपग्रहों का निर्माण एवं उनसे सम्बंधित तकनीकी का विकास किया जाता है। केंद्र की शुरुआत थम्बा भूमध्यरेख ...Read More
मार्श गैस मीथेन (Methane) को कहा जाता है। जो कि एक रंगहीन गंधहीन ज्वलनशील गैस है, जो कि प्राकृतिक गैस का मुख्य घटक है। वायु की अनुपस्थिति में दलदली स्थानों पर, पेड़-पौधों और कार्बनिक पदार्थों के गलनेसड़ने से बनती है, इसलिए इसे मार्श गैस कहते हैं। इसक ...Read More
Explanation : हाइड्रोजन बम अनियंत्रित संलयन अभिक्रिया सिद्धांत पर आधारित होता है। हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb) जिसकी संहारिक क्षमता परमाणु बम से कई गुणा ज्यादा होती है, के निर्माण में नाभिकीय संलयन का सिद्धांत निहित है। नाभिकीय संलयन प्रक्रिय ...Read More
Explanation : जीवाश्म का अध्ययन पादप जीवश्मिकी (Paleobotany) कहलाता है। जीवाश्म विज्ञान की इस शाखा में पौधों के जीवाश्मों (fossils) का अध्ययन किया जाता है। लाखों वर्ष पहले जो पौधे, जीव, आदि बर्फ, मिट्टी, आदि के नीचे किसी प्राकृतिक घटना (भूचाल, ...Read More
Explanation : विज्ञान शब्द का अर्थ है–'किसी भी विषय के सुव्यवस्थित ज्ञान'। 'विज्ञान' शब्द का संधि-विच्छेद है वि + ज्ञान, अर्थात 'विशेष ज्ञान'। अतः सामान्य रूप में (in general) 'किसी भी विषय के सुव्यवस्थित ज्ञान' को विज्ञान कहते हैं। व्यापारिक ...Read More
Explanation : गैलीलियो गैलीली ने दूरबीन का आविष्कार किया था। गैलीलियो ने ही प्रथम बार टेलीस्कोप के माध्यम से आकाश को देखा था। उन्होंने ही जूपिटर के 4 उपग्रह खोजे थे जिन्हें गैलीलियन मून्स नाम दिया गया था। इटली के वैज्ञानिक, गणितज्ञ, खगोलविद् औ ...Read More
Explanation : टेलीफोन का आविष्कार 2 जून, 1875 में हुआ था। इसके बाद ग्राहम बेल ने अपने टेलीफोन आविष्कार का पेटेंट 7 मार्च 1876 में कराया था। 1874 में ग्राहम बेल एक इलेक्ट्रिशियन थॉमस वॉटसन के साथ काम करते थे। उसके बाद दोनों ने मिलकर हार्मोनिक ट ...Read More
Explanation : शरीर का सबसे बड़ा अंग त्वचा (Skin) है। त्वचा शरीर का बाह्य आवरण होता है। यह सख्त और नमनशील है और अपने नीचे के ऊतकों को हवा, पानी, विदेशी पदार्थों और बैक्टीरिया से बचाती है। इसके अलावा त्वचा अंतनिर्हित मांसपेशियों, अस्थियों, अस्थि ...Read More