रस्सी जल गई पर बल नहीं गया का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) सर्वस्व नष्ट हो जाने पर भी ऐंठन का न जाना
(B) छोटे में बड़ा अवगुणों में भारी
(C) दिखावटी ठाटबाट, पर सार कुछ नहीं
(D) छोटे लोगों का बढ़-चढ़कर बोलना

Answer : सर्वस्व नष्ट हो जाने पर भी ऐंठन का न जाना

Explanation : रस्सी जल गई पर बल नहीं गया का अर्थ rassi jal gayi par bal nahi gaya  है 'सर्वस्व नष्ट हो जाने पर भी ऐंठन का न जाना।' हिंदी लोकोक्ति रस्सी जल गई पर बल नहीं गया का वाक्य में प्रयोग होगा – अरुण की सारी शानो शौकत शराब एवं जुए की लत के कारण धूल में मिल गयी, लेकिन फिर भी वह ऐसे तनकर चलते हैं जैसे कुछ न हुआ हो, रस्सी जल गयी, पर ऐंठन न गयी।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'रस्सी जल गई पर बल नहीं गया' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
Tags : लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे हिंदी लोकोक्तियाँ हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Rassi Jal Gayi Par Bal Nahi Gaya