राख के टीले किस क्षेत्र की पाषाणिक संस्कृति से संबंधित है?

(A) पूर्वी भारत
(B) दक्षिण भारत
(C) उत्तरी विन्ध्य क्षेत्र
(D) कश्मीर घाटी

Question Asked : [UPPCS (Pre) Opt. History 2004]

Answer : दक्षिण भारत

दक्षिण भारत में स्थिर ग्राम जीवन की आधार-रेखा नव-पाषाणकालीन संस्कृति से प्राप्त होती है। खेती की फसलों में बाजरा और चना मिला हैं। मवेशियों, भेड़ बकरियों के विस्तृत अवशेष तथा अन्य पशुओं की अस्थियां मिली हैं, जिनसे अर्थव्यवस्था में पालतू-पशुओं के महत्व का संकेत मिलता है। इस संस्कृति के लोग अपने घरों के बाहर बांध देते थे। जिस इलाके में मवेशी रखे जाते थे, उसमें लकड़ी के डंडों की बाड़ लगा दी जाती थी। बाड़ के भीतर जो गोबर एकत्र होता था उसे प्रतिवर्ष बाड़ के डंडों के साथ ही जला दिया जाता था। यह जलाने का कार्य संभवत: पोंगल समारोह के आस-पास किया जाता था, जो मकर-संक्रांति को पड़ता है। प्रतिवर्ष इस प्रक्रिया की लगातार पुनरावृत्ति का परिणाम यह हुआ कि जिस जगह वह होली जलाई जाती थी, वहां राख का एक टीला बन गया है। दक्षिण भारतीय पुरातत्व में इन टीलों को भस्म टीलें (Ash mounds) कहा जाता है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Rakh Ke Tile Kis Kshetra Ki Pashanik Sanskriti Se Sambandhit Hai