राजस्थान की परंपरागत वर्षा-जल संग्रहण तकनीक कौन सी है?

(A) टांका
(B) खडिन
(C) बावड़ी
(D) कुआँ

Answer : टांका या कुंडी

Explanation : राजस्थान की परंपरागत वर्षा-जल संग्रहण तकनीक टांका है। राजस्थान में सिचाई के प्रमुख स्त्रोत कुएं, नलकूप, नहरें और तालाब हैं। कुल सिंचित क्षेत्र का लगभग 70 से 75 प्रतिशत भाग कुओं एवं नलकूपों द्वारा, लगभग 25 से 30 प्रतिशत भाग नहरों द्वारा 1 प्रतिशत भाग तालाबों द्वारा और शेष 1 प्रतिशत भाग अन्य साधनों द्वारा सिंचित है। कुओं और नलकूपों से सर्वाधिक सिंचाई जयपुर जिले में, नहरों द्वारा गंगानगर जिले में एवं तालाबों द्वारा भीलवाड़ा जिले में की जाती है।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Rajasthan Ki Paramparagat Varsha Jal Sangrahan Taknik Kaun Si Hai