Explanation : राजस्थान के दूसरे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) बने है। राजस्थान के पहले उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत बने थे। जिनका कार्यकाल 19 अगस्त 2002 से 21 जुलाई 2007 तक रहा था। दिग्गज भाजपा नेता शेखावत राजग की पहली सरकार में उपराष्ट्रपति बने थे। बाद में राष्ट्रपति चुनाव में वह राजग के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस की प्रतिभा पाटिल से हार गए थे।
जगदीप धनखड़ देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में 6 अगस्त 2022 को चुने गये। उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की प्रत्याशी मार्टेट अल्वा को 346 वोट से हराया। बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ ने 11 अगस्त 2022 को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की। जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई, 1951 को झुंझुनू के किठाना गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम गोकल चंद और मां का नाम केसरी देवी है। उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव किठाना के ही सरकारी विद्यालय से हुई है। उन्होंने चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल में भी पढ़ाई की है। भौतिकी में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी की उपाधि ली। धनखड़ ने राजस्थान हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट, दोनों में वकालत की।जगदीप धनखड़ ने साल 1989 में जनता दल से जुड़े और राजनीति में प्रवेश किया। वह पहली बार झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र से भाजपा से सांसद निर्वाचित हुए और 1990 में वह वीपी सिंह सरकार में देश के संसदीय कार्य राज्यमंत्री बने। इसके बाद वह अजमेर जिले की किशनगढ़ से वह विधायक निर्वाचित हुए। उन्होंने तत्कालीन पीएम चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल के तहत 1990-1991 तक संसदीय कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने जुलाई 2019 से जुलाई 2022 तक पश्चिम बंगाल के 27वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। राज्यपाल बनने से पहले वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। बता दे कि भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Sarvepalli Radhakrishnan) थे। उनका कार्यकाल 13 मई, 1952 से 12 मई, 1962 तक रहा। साथ ही यह द्वितीय राष्ट्रपति रहे।....अगला सवाल पढ़े
Explanation : राजस्थान में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल तीन हैं–केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जंतर मंतर और राजस्थान के पहाड़ी किले। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान या केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर स्थित एक विख्यात पक्षी अभयारण्य है। इसे पहले भरतपुर ...Read More
Explanation : राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध देने वाली जखराना बकरी (Jakhrana Goat) है। यह नस्ल अलवर जिले के जखराना गांव की है। इसलिए इसका नाम जखराना पड़ा था। यह रोजाना 2.50 से 3 किलो दूध देने वाली बकरियों की यह एक मात्र नस्ल है। जखराना बकरी की न ...Read More
Explanation : राजस्थान के वर्तमान उपमुख्यमंत्री कोई नहीं है। वर्तमान की गहलोत सरकार में सचिन पायलट (Sachin Pilot) उपमुख्यमंत्री थे, जिन्होंने 17 दिसम्बर, 2018 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। लेकिन ज ...Read More
Explanation : राजस्थान में गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक जिला गंगानगर है। इसके बाद गन्ना उत्पादन में चितौड़गढ़ और बूंदी प्रमुख जिलें है। राजस्थान स्टेट गंगानगर शुगर मिल्स लिमिटेड प्रदेश की प्रमुख चीनी उत्पादन इकाइयों में से एक है तथा जिले के श्री ...Read More
Explanation : केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीकानेर, राजस्थान में स्थित है। यह बीकानेर शहर से 10 किमी दूर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 (बीकानेर-श्रीगंगानगर रोड) पर बीछवाल में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1993 में की गई थी। केंद्रीय शुष्क बागवा ...Read More
Explanation : राजस्थान में स्थानांतरित कृषि को वालरा कहते हैं। यह आदिवासियों द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में प्राकृतिक वनस्पति को काटकर भूमि की साफ-सफाई कर खेती करने का प्रकार है। जो 3-4 वर्ष बाद एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होता रहता है ...Read More
Explanation : राजस्थान में पांच कृषि विश्वविद्यालय हैं-स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय (SKRAU) बीकानेर, महाराणा प्रताप कृषि व तकनीकी विश्वविद्यालय (MPUAT) उदयपुर, श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय (SKNAU) जयपुर, कृषि विश्वविद्या ...Read More
Explanation : राजस्थान में सबसे ज्यादा जीरा जोधपुर जिले में होता है। राजस्थान में जीरा के सर्वाधिक क्षेत्र और उत्पादन वाले जिले जोधपुर, बाड़मेर और जालौर है। इसके अलावा सांचोर, जैसलमेर, नागौर, पाली आदि जिले प्रमुख है। जीरे के उत्पादन की दृष्टि ...Read More
Explanation : होहोबा (जोजोबा) एक तिलहन फसल है। इसका वैज्ञानिक नाम Simmondesia Chinensis है। इसका उत्पत्ति स्थान मैक्सिको, कैलिफोर्निया एवं एरिजोना (USA) का सोनारन रेगिस्तान है। भारत में यह इजरायल से लाया गया है। यह पौधा 30 सेमी. वार्षिक वर्षा ...Read More
Explanation : ईसबगोल (Isabgol) की भूसी बीजों से प्राप्त होती है। दरअसल ईसबगोल के बीज पर पाएं जाने वाला यह एक छिलका है जिसे ईसबगोल की भूसी के नाम से जाना जाता हैं। इसकी उत्पति का स्थान मिस्र तथा ईरान है। संस्कृत में इसे 'स्निग्धबीजम्' कहा जाता ...Read More
Web Title : Rajasthan Ke Dusre Uprashtrapati Kaun Bane Hai