क्वारंटाइन (Quarantine) का हिंदी मीनिंग होता है–’छूतरोग से पीड़ित व्यक्तियों को अलग रखने का प्रबंध।’ लगभग पूरे विश्व में फैले कोरोना वायरस की जंग में ‘क्वारंटाइन’ और होम क्वारंटाइन शब्द काफी चर्चित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड 19 को महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। जो कि व्यक्ति के क्वारंटाइन होने पर चल सकेगा। होम क्वारंटाइन के दौरान होने वाले लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है।
क्वारंटाइन हिंदी मीनिंग का हम ऐसे समझ सकते है कि मान लीजिए आपको सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार आदि है और आप अपने घर के लोगों के साथ अन्य लोगों को इस बीमारी से दूर रखना चाहते हैं तो आप अपने को होम क्वारंटाइन कर सकते हैं। इसका मतलब अपने घर में रहते हुए अपने आप को दूसरे लोगों से अलग कर लेना है। इसके लिए आप खुद को अपने घर के ही किसी भी एक कमरे में सीमित कर लें। दूसरे कमरे उससे पूरी तरह अलग या दूरी पर हो। जिसके कारण आपके परिवार में किसी को वायरस का संक्रमण नहीं फैलेगा, चाहे वह कोरोना हो या सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार आदि।
अब होम क्वारंटाइन का जुड़ा दूसरा प्रश्न यह हे कि होम क्वारंटाइन कैसे करें?
– होम क्वारंटाइन के लिए आपको एक हवादार कमरा चुनना होगा जिसमें टॉयलेट भी जरूर हो।
– अगर आपको उस कमरे में अकेलेपन का अहसास हो तो दूसरे लोगों से बातचीत करने के लिए कम से कम एक मीटर की दूरी रखें।
– आपको विशेषकर अपने घर के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों से दूरी बनाकर रखनी होगी।
– अगर आपको कोरोना के संक्रमण का शक है तो 14 दिन या स्वस्थ होने तक सार्वजनिक समारोह, शादी, पार्टी आदि से शामिल नहीं हा्ेना है।
– साबुन से हाथ धोएं और कम से कम 80 फीसदी अल्कोहल वाले हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
– घर में पानी, बर्तन, तौलिया और सार्वजनिक उपयोग की अन्य चीज को न छुएं।
– सर्जिकल मास्क लगाकर रहें, हर 6-8 घंटे में मास्क बदल दें।
– मास्क का डिस्पोजल सही तरीके से करें।