प्रकाशीय तंतु किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

(A) परावर्तन
(B) अपवर्तन
(C) संचरण
(D) पूर्ण आंतरिक परावर्तन

Question Asked : SSC CGL 2017

Answer : पूर्ण आंतरिक परावर्तन

Explanation : प्रकाशीय तंतु पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत पर गमन करता है। इस सिद्धांत पर प्रकाश के गमन के कारण प्रकाश प्रकाशीय तंतु में बिना विचलित हुए लंबी दूरी तय कर पाता है। जिससे इंटरनेट का तीव्र संचार संभव हो पाता है। प्रकाशीय तंतु कांच या प्लास्टिक से निर्मित एक तंतु होता है जिसके लम्बाई की दिशा में प्रकाश का संचरण हो सकता है। आजकल इनका संचार में खूब प्रयोग हो रहा है क्योंकि इनकी सहायता से अधिक दूरी तक बिना संकेत को परिवर्धित किये लेजाया जा सकता है। ये किसी विद्युतचुम्बकीय इन्टरफेरेन्स से भी बहुत कम प्रभावित होते है।
सनद रहे कि प्रतियोगी परीक्षाओं में ​भौतिक विज्ञान Physics GK से संबंधित सामान्य भौतिकी, ऊष्मा, तरंग गति और ध्वनि, प्रकाशिकी, स्थिर वैद्युतिकी, विद्युत धारा तथा चुम्बकत्व, आधुनिक भौतिकी, खगोलीय तथा अंत​रिक्ष विज्ञान, प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण, आविष्कार, आविष्कारक, अनुसंधान संस्थान, विज्ञान की प्रमुख शाखाएँ आदि पर अनेक प्रश्न पूछे जाते है।
Tags : भौतिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Prakashiya Tantu Kis Siddhant Par Karya Karta Hai