पूत सपूत तो का धन संचय पूत कपूत तो का धन संचय का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) सरकारी अड़ंगा
(B) वह सबसे बुरा रोग है
(C) संतान के भविष्य को सोचकर धन संचय ठीक नहीं
(D) एक आदमी को कई काम करने पड़ते हैं

Answer : संतान के भविष्य को सोचकर धन संचय ठीक नहीं

Explanation : पूत सपूत तो का धन संचय पूत कपूत तो का धन संचय का अर्थ poot saput to ka dhan sanchay poot kaput to ka dhan sanchay है 'संतान के भविष्य को सोचकर धन संचय ठीक नहीं।' हिंदी लोकोक्ति पूत सपूत तो का धन संचय पूत कपूत तो का धन संचय का वाक्य में प्रयोग होगा – अधिकतर लोग अपनी संतानों के लिए धन-सम्पत्ति जोड़ने में विश्वास नहीं करते क्योंकि पूत सपूत तो का धन संचै, पूत कपूत तो का धन संचै।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'पूत सपूत तो का धन संचय पूत कपूत तो का धन संचय' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Poot Saput To Ka Dhan Sanchay Poot Kaput To Ka Dhan Sanchay