फेन प्लवन प्रक्रम का प्रयोग किसके धातुकर्म के लिए किया जाता है?

(A) सल्फाइड अयस्क
(B) ऑक्साइड अयस्क
(C) सल्फेट अयस्क
(D) क्लोराइड अयस्क

Question Asked : UPSSSC Exam 2016

Answer : सल्फाइड अयस्क

फेन प्लवन विधि अयस्क और गैंग की किसी द्रव से भीगने की प्रवृत्ति पर निर्भर करता है। सल्फाइड अयस्कों का सांद्रण इसी विविधि से होता है। इस ​विधि द्वारा कॉपर, लेड (सीसा) और जिंक के सल्फाइड अयस्कों का सांद्रण किया जाता है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा प्रतियोगितात्मक परीक्षा में यह प्रश्न पूछा गया है। UPSSSC की सहायक चकबंदी अधिकारी, सहायक ​आयतीकरण अधिकारी, विपणन निरीक्षक, पूर्ति निरीक्षक, सहायक उद्यान निरीक्षक, अपर जिला सूचना अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, अधिशासी अधिकारी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए इस तरह के प्रश्न काफी उपयोगी होगें। उत्तर प्रदेश समूह 'ग' सीधी भर्ती परीक्षाओं में अक्सर यही प्रश्न पूछे जाते रहे है।
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Phen Plavan Prakram Ka Prayog Kiske Dhatukarm Ke Liye Kiya Jata Hai