Explanation : पीठ पर मुहावरे (Peeth Par Muhavare) अनेकानेक है जैसे– पीठ तोड़ना, पीठ पर लेना, पीठ पर होना आदि। यह सभी मुहावरे और कहावतें मन शब्द से शुरू होते हैं। लेकिन इन मुहावरों के अर्थ सर्वथा अलग-अलग है। उदाहरण स्वरूप 'पीठ फेरना' का अर्थ है – रुख बदल लेना, जबकि 'पीठ ठोकना' का अर्थ है – प्रोत्साहन देना। पीठ पर मुहावरा और वाक्य प्रयोग यहां देखते है जैसे–
पीठ की खाल उधेड़ना (कड़ी सजा देना); वाक्य– कक्षा में शोर मचाने पर अध्यापक ने रामू की पीठ की खाल उधेड़ दी।
पीठ तोड़ना
पीठ पर लेना
पीठ पर होना
पीठ पोछना
पीठ ठोंकना (Peeth Thokna) – किसी की प्रशंसा करना; किसी को उत्साहित करना; शाबाशी देना।
पीठ दिखा कर जाना (Peeth Dikha Kar Jana) – ममता छोड़कर दूर चले जाना।
पीठ दिखाना (Peeth Dikhana) – हार मानना; किसी प्रतियोगिता आदि में मैदान छोड़कर हट जाना।
पीठ देना (Peeth Dena) – मुँह मोड़ना; विमुख होना; भाग जाना।
पीठ पर हाथ फेरना (Peeth Par Hath Ferna) – अच्छा कार्य करने पर किसी की प्रशंसा करना; किसी को अच्छा कार्य करने में प्रवृत्त करना।
पीठ फेरना (Peeth Ferna) – प्रस्थान करना; भाग जाना; विमुख होना।
पीठ लगना (Peeth Lagna) – पीठ पर घाव हो जाना।
पीठ लगाना (Peeth Lagaana) – लेट कर आराम करना।
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