पानी मथने से घी नहीं निकलता का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) भले बुरे व्यक्ति की पहचान एक ही बार में सदा के लिए हो जाती है
(B) ईश्वर के भरोसे छोड़ देना
(C) व्यर्थ की बहस से कोई लाभ नहीं है
(D) किसी से कुछ प्रयोजन न रखना

Answer : व्यर्थ की बहस से कोई लाभ नहीं है

Explanation : पानी मथने से घी नहीं निकलता का अर्थ pani mathne se ghee nahi nikalta है 'व्यर्थ की बहस से कोई लाभ नहीं है।' हिंदी लोकोक्ति पानी मथने से घी नहीं निकलता का वाक्य में प्रयोग होगा – इस विषय में आज सब की निषक्रियता देखकर मै अपनी वाणी को यही विराम दे रहा हूं, क्योंकि 'पानी मथने से घी नहीं निकलता'।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'पानी मथने से घी नहीं निकलता' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Pani Mathne Se Ghee Nahi Nikalta