पांच पंच मिल कीजे काज, हारे जीते नाहीं लाज का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) गृहस्थी के चक्कर में फंस जाना
(B) सब के मेल से कार्य करने पर निंदा नहीं होती
(C) स्थाई विग्रह (कलह) का बीजारोपण कर तटस्थ की भूमिका अदा करना
(D) कश्मकश में पड़ना/दुविधा में पड़ना/बहुत विषम स्थिति में होना

Answer : सब के मेल से कार्य करने पर निंदा नहीं होती

Explanation : पांच पंच मिल कीजे काज, हारे जीते नाहीं लाज का अर्थ panch panch mil kije kaaj hare jite nahen laaj है 'सब के मेल से कार्य करने पर निंदा नहीं होती।' हिंदी लोकोक्ति पांच पंच मिल कीजे काज, हारे जीते नाहीं लाज का वाक्य में प्रयोग होगा – यदि आज आप सभी लोग साथ मिलकर सड़क बनवाने की मांग करेंगे तो चाहे सड़क बने या न बने लेकिन उससे कोई निन्दा नहीं होगी क्योंकि कहावत कही गयी है कि 'पांच पंच मिल कीजे काज हारे जीते नाहीं लाज'।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'पांच पंच मिल कीजे काज, हारे जीते नाहीं लाज' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Panch Panch Mil Kije Kaaj Hare Jite Nahen Laaj