पढ़े तो हैं, गुने नहीं का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) सुधार के बजाय बिगाड़ होता गया
(B) मजबूरी में आदमी सब कुछ करता है
(C) पढ़-लिख कर भी अनुभवहीन
(D) दु:खी को और दु:खी करना बहादुरी नहीं है

Answer : पढ़-लिख कर भी अनुभवहीन

Explanation : पढ़े तो हैं, गुने नहीं का अर्थ padhe to hain gune nahin है 'पढ़-लिख कर भी अनुभवहीन।' हिंदी लोकोक्ति पढ़े तो हैं, गुने नहीं का वाक्य में प्रयोग होगा – पुस्तक लेखन के कार्य में आपकी योग्यता 'पढ़े तो हैं, गुने नहीं' के समान है।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'पढ़े तो हैं, गुने नहीं' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
Tags : लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे हिंदी लोकोक्तियाँ हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Padhe To Hain Gune Nahin