ओस चाटे प्यास नहीं बुझती का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) बहुत कम वस्तु से आवश्यकता की पूर्ति नहीं होती है
(B) भूख लगने पर कोई भी चीज अच्छी लगती है
(C) जरूरत पकड़ने पर सपनों की याद आती है
(D) खाली पेट कुछ नहीं किया जा सकता

Answer : बहुत कम वस्तु से आवश्यकता की पूर्ति नहीं होती है

Explanation : ओस चाटे प्यास नहीं बुझती का अर्थ os chate pyaas nhi bujhti है 'बहुत कम वस्तु से आवश्यकता की पूर्ति नहीं होती है।' हिंदी लोकोक्ति ओस चाटे प्यास नहीं बुझती का वाक्य में प्रयोग होगा – अपनी बहन की शादी में दहेज के लिए एक मित्र से पैसा मिलने का आश्वासन था। उन्होंने केवल तीन सौ रुपया दिया जो आसे चाटे प्यास नहीं बुझती ​कहावत को चरितार्थ कर रहा था। हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'ओस चाटे प्यास नहीं बुझती' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Os Chate Pyaas Nhi Bujhti