वाटसन तथा क्रिक – DNA डबल हेलिक्स
श्वान और श्लीडेन – कोशिका सिद्धांत
मिशर – न्यूक्लिक अम्ल
नाभिकीय अम्ल (Nucleic acid) बहुलक मैक्रोअणु (अर्थात् विशाल जैव-अणु) होता है, जो एकलकिक न्यूक्लियोटाइड्स की शृंखलाओं से बनता है। जैवरासायनिकी के परिप्रेक्ष्य में, ये अणु आनुवांशिक सूचना पहुँचाने का काम करते हैं, साथ ही ये कोशिकाओं का ढाँचा भी बनाते हैं। सामान्यतः प्रयोग होने वाले नाभिकीय अम्ल हैं डी एन ए या डीऑक्सी राइबो नाभिकीय अम्ल एवं आर एन ए या राइबो नाभिकीय अम्ल। नाभिकीय अम्ल प्राणियों में सदा ही उपस्थित होता है, क्योंकि यह सभी कोशिकाओं और यहाँ तक की विषाणुओं में भी होता है। नाभिकीय अम्ल की खोज फ्रेडरिक मिशर ने की थी।
जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न UPSC IAS, CDS, NDA, CAPFs, SSC CGL, CHSL (10+2), रेलवे द्वारा टेक्निकल एवं नन टेक्निकल परीक्षाएं, राज्य लोकसेवा आयोग [UPPSC, BPSC, RAS (PSC), MPPSC आदि] द्वारा आयोजित तथा राज्य स्तरीय (UPSSC, BSSC, DSSSB आदि) परीक्षाएं, अर्द्धसैनिक बलों में कांस्टेबल एवं एस.आई. भर्ती परीक्षा, दिल्ली पुलिस भर्ती परीक्षा, भारतीय डाक विभाग परीक्षा, शिक्षक भर्ती परीक्षा, शिक्षक योग्यता परीक्षा आदि मं भर्ती के लिए आयेाजित होने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे।
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