Explanation : नेहरू रिपोर्ट 1928 में मोतीलाल नेहरू ने प्रस्तुत की थी। वर्ष 1928 में तत्कालीन भारत सचिव लॉर्ड बिरकनहैड की चुनौती को स्वीकार करते हुए मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने हेतु एक समिति का गठन किया गया। भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने की दिशा में यह भारतीयों का प्रथम प्रयास था। इस समिति के सदस्यों में अली इमाम, सुभाषचंद्र बोस, मंगल सिंह, शोएब कुरैशी तथा तेजबहादुर सप्रू आदि शामिल थे। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट 28 अगस्त, 1928 में पेश की, जिसे नेहरू रिपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है।
नेहरू रिपोर्ट की प्रमुख सिफारिशें निम्न थी–
● भारत को एक अधिराज्य (डोमिनियन स्टेट्स) का दर्जा दिया जाए।
● सांप्रदायिक निर्वाचन को समाप्त किया जाए और संयुक्त निर्वाचन प्रणाली अपनाई जाए।
● केंद्र और राज्यों में उत्तरदायी सरकार की स्थापना हो।
● प्रांतीय व्यवस्थापिका का कार्यकाल 5 वर्ष हो।
● भारत एक धर्म निरपेक्ष राज्य हो, किंतु अल्पसंख्यकों को पूर्ण संरक्षण मिले।
● सिंध को बंबई प्रांत से पृथक् कर एक अलग राज्य बनाया जाए।
● मौलिक अधिकारों की मांग की गई जो कुल 19 थे।
● संविधान की व्याख्या के लिए एक सर्वोच्च न्यायालय स्थापित किया जाए।
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