नवजात शिशु की नाल कब काटनी चाहिए?

(A) दो घंटे बाद
(B) जब उसमें स्पंदन रूके
(C) तत्काल
(D) जब चाहे

Answer : जब उसमें स्पंदन रूके

Explanation : प्रसव के थोड़े देर बाद जब उसमें स्पंदन रुक जाता है। तब इसे नाभि से थोड़ी ऊपर काट दिया जाता है जो बाद में सूखकर 8 से 10 दिनों में अलग हो जाता है गर्भनाल मां और बच्चे को जोड़ने का काम करती है। गर्भनाल के द्वारा सभी पोषण, बढ़ते हुए शिशु को मिलते हैं। यह बच्चे के विकास को प्रेरित करती है तथा उसे आवश्यक पोषण एवं रोगों के संक्रमण से सुरक्षित रखने का काम करती है। आजकल इस गर्भनाल को संभाल कर रखा जाने लगा है क्योंकि वैज्ञानिकों ने इसमें ज़मा मूल कोशिकाओं का महत्व को समझा है। जब इसे शिशु के छोर से काटा जाता है तो यह 2-3 सेंटीमीटर की छोटी सी खूंटी (गर्भ नाल के स्टंप) उसके पेट पर छोड़ दी जाती है। इस गर्भ नाल के स्टंप का ध्यान इसके सूखने तक रखना होता है क्योंकि इस गर्भ नाल के स्टंप में कोई भी नस नहीं होती इसलिए यह आपके शिशु को पीड़ा नहीं पहुँचाती।
Tags : गृह विज्ञान प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Navjat Shishu Ki Naal Kab Katni Chahiye