नागानंद में किस बोधिसत्व का उल्लेख है?

(A) मंजूश्री
(B) जिमूतवाहन
(C) वज्रपाणि
(D) अवलोकितेश्वर

Answer : जिमूतवाहन

Explanation : सम्राट हर्षवर्धन द्वारा रचित नागानंद में जिमूतवाहन बोधिसत्व का उल्लेख है। नागानंद (सों का आनंद) एक संस्कृत नाटक है, जिसकी रचना का श्रेय सम्राट हर्ष (शासनकाल 606 ईस्वी - 648 ईस्वी) को दिया जाता है। नागानंद सबसे प्रशंसित संस्कृत नाटकों में से एक है। पांच अंकों के दस नाटक में नागों को बचाने के लिए विद्याधर राजा जिमूतवाहन के आत्मबलिदान की लोकप्रिय कहानी का वर्णन है। जिमुतवाहन वास्तव में एक बोधिसत्व है। इस नाटक की अनूठी विशेषता नंदी पद में बुद्ध का आह्वान है, जिसे नाटकीय रचनाओं के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक माना जाता है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Nagaland Mein Kis Bodhisattva Ka Ullekh Hai