नाग पंचमी 2023 में 21 अगस्त दिन सोमवार को है। नाग पचंमी के दिन नागों एवं सांपों का पूजन होता है। यह पर्व सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नागदेव की पूजा करने से कुंडली के राहु और केतु से संबंधित दोष दूर हो सकते हैं। नाग पंचमी पर कालसर्प योग की पूजा भी करवा सकते हैं। नाग पंचमी से जुड़ी एक कथा के अनुसार माना जाता है कि इस दिन स्त्रियां सर्प को भाई मानकर उसकी पूजा करती हैं और भाई से अपने कुटुंबजनों की रक्षा का आशीर्वाद मांगती हैं। नागपंचमी पूजा के आठ नाग देव माने गए हैं- 1. अनन्त 2. वासुकि 3. पद्म 4. महापद्म 5. तक्षक, 6. कुलीर 7. कर्कट और 8. शंख। पूजा करने के लिए नाग की फोटो को लकड़ी की चौकी के ऊपर रखकर हल्दी, रोली, चावल और फूल चढ़ाएं। कच्चा दूध, घी, चीनी सर्प देवता को अर्पित करें। फिर आरती उतारें।
नाग हमारे धन की रक्षा के प्रतीक माने जाते है। इसके अलावा इन्हें गुप्त, छुपे और गड़े धन की रक्षा करने वाला माना जाता है। नाग, मां लक्ष्मी की रक्षा करते हैं। इसलिए धन-संपदा व समृद्धि की प्राप्ति के लिए नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन नाग देवता की आराधना से मनोवांछित फल मिलता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है तो उसे इस दोष से बचने के लिए नाग पंचमी का व्रत करना चाहिए। यदि आपको अक्सर सपने में सांप दिखाई देता है या फिर आपको सांप से अधिक डर लगता है तो विधि-विधान से सांप की पूजा करनी चाहिए। विशेष रूप से नागपंचमी के दिन जरूर नाग की पूजा करें। इससे सांपों को लेकर आपका भय दूर हो जाएगा।
नाग पंचमी में कब है?
नाग पंचमी 2023 : 21 अगस्त 2023, सोमवार
नाग पंचमी 2024 : 9 अगस्त 2024, शुक्रवार
नाग पंचमी 2025 : 29 जुलाई 2025, मंगलवार
नाग पंचमी 2026 : 17 अगस्त 2026, सोमवार
नाग पंचमी 2027 : 6 अगस्त 2027, शुक्रवार
नाग पंचमी 2028 : 26 जुलाई 2028, बुधवार
नाग पंचमी 2029 : 14 अगस्त 2029, मंगलवार
नाग पंचमी 2030 : 4 अगस्त 2030, रविवार
नाग पंचमी 2031 : 24 जुलाई 2031, गुरुवार
नाग पंचमी 2032 : 11 अगस्त 2032, बुधवार
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