Explanation : मनोहर श्याम जोशी को साहित्य अकादमी पुरस्कार वर्ष 2005 में उनकी रचना ‘क्याप’ के लिए मिला था। 9 अगस्त, 1933 को कुमाऊँ में पैदा हुए जोशी हिंदी के प्रसिद्ध पत्रकार और टेलीविज़न धारावाहिक लेखक थे। इनकी प्रमुख रचनाओं में ‘कुरु कुरु स्वाहा’, ‘कसप’, ‘हरिया हरक्यूलीज़ की हैरानी’, ‘हमज़ाद’, ‘क्याप’ (कहानी संग्रह); ‘एक दुर्लभ व्यक्तित्व’, ‘कैसे किस्सागो’, ‘मंदिर घाट की पौड़ियाँ’, ‘ट-टा प्रोफ़ेसर षष्ठी वल्लभ पंत’, ‘नेताजी कहिन’, ‘इस देश का यारों क्या कहना’ (व्यंग्य-संग्रह); ‘बातों-बातों में’, ‘इक्कीसवीं सदी’ (साक्षात्कार - लेख - संग्रह); ‘लखनऊ मेरा लखनऊ’, ‘पश्चिमी जर्मनी पर एक उड़ती नज़र’ (संस्मरण-संग्रह); ‘हम लोग’, ‘बुनियाद’, ‘र्मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ (टेलीविज़न धारावाहिक) इत्यादि शामिल हैं। इन्होंने ‘दिनमान’ पत्रिका में सहायक संपादक और साप्ताहिक हिंदुस्तान में संपादक के रूप में भी कार्य किया था। इनका निधन 30 मार्च, 2006 को नई दिल्ली में हुआ।....अगला सवाल पढ़े
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
Explanation : मनोहर श्याम जोशी जी का जन्म 9 अगस्त, 1933 को कुमाऊँ में और मृत्यु 30 मार्च, 2006 को नई दिल्ली में हुई। प्रसिद्ध साहित्यकार, उपन्यासकार, व्यंग्यकार, पत्रकार, दूरदर्शन धारावाहिक लेखक, जनवादी-विचारक, फ़िल्म पट-कथा लेखक, उच्च कोटि के ...Read More
Explanation : बाबा नागार्जुन का जन्म 30 जून, 1911 को मधुबनी बिहार में हुआ था। वह प्रगतिवादी विचारधारा के लेखक और कवि थे। प्रसिद्ध लेखक कवि नागार्जुन ने 1945 ई. के आसपास साहित्य सेवा के क्षेत्र में कदम रखा। शून्यवाद के रूप में नागार्जुन का नाम ...Read More
Explanation : प्रथम राजभाषा आयोग का गठन 7 जून 1955 को हुआ था। इसके गठन का उद्देश्य राष्ट्रपति को भाषा संबंधी उन निर्णयों के लेने में मदद कर सके जो अनुच्छेद-344 में वर्णित है। प्रथम राजभाषा आयोग के अध्यक्ष बी.जी. खेर थे। इस आयोग ने 1956 में राष ...Read More
Explanation : राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष बाल गंगाधर खरे (Bal Gangadhar Kher) थे। संविधान के अनुच्छेद 344 में राष्ट्रपति को राजभाषा आयोग को गठित करने का अधिकार दिया गया है। इसलिए राष्ट्रपति ने 7 जून 1955 में राजभाषा आयोग का गठन किया था। बी. ...Read More
Explanation : मुंशी प्रेमचंद की प्रथम कहानी संसार का सबसे अनमोल रत्न है। प्रेमचंद हिंदी कहानी के शिखर पुरुष हैं। उन्होंने कहानियों की 'कर्मभूमि' ही नहीं बदली, बल्कि उनका 'कायाकल्प' भी कर दिया। उन्होंने सन् 1907 में अपनी प्रथम कहानी 'संसार का स ...Read More
Explanation : माखनलाल चतुर्वेदी का उपनाम पंडितजी (Panditji) है। पुष्प की अभिलाषा और अमर राष्ट्र जैसी ओजस्वी रचनाओं के रचयिता माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889 में मध्य प्रदेश में हुआ था। करियर की शुरुआत अध्यापन से की। 1913 में अध्यापन छो ...Read More
Explanation : निर्मल वर्मा को साहित्य अकादमी पुरस्कार 1985 में मिला था। इसके अलावा 1999 का ज्ञानपीठ पुरस्कार और 2005 में साहित्य अकादमी का सर्वोच्च सम्मान साहित्य अकादमी की महत्तर सदस्यता उल्लेखनीय हैं। वर्ष 2002 में पद्म भूषण से भी सम्मानित क ...Read More
Explanation : कवि रामनरेश त्रिपाठी का जन्म 4 मार्च 1889 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ था। द्विवेदी युग व छायावाद युग की कड़ी रहे पंडित रामनरेश त्रिपाठी ने 'प्रभो..आनंददाता ज्ञान हमको दीजिए' जैसे प्रेरणादायी गीत लिखे। 1920 में हिंदी के प्रथ ...Read More
Explanation : पंडित नरेंद्र शर्मा का जन्म 28 फरवरी 1913 को उत्तर प्रदेश के जहांगीरपुर में हुआ था। भंवरे ने खिलाया फूल, यशोमती मैया से बोले नंदलाला जैसे सदाबहार गीत लिखने वाले कवि-गीतकार पंडित नरेंद्र शर्मा ने बतौर गीतकार 1943 में फिल्म ‘हमारी ...Read More
Explanation : विष्णु वामन शिरवाडकर का जन्म 27 फरवरी 1912 में पुणो में हुआ था। मराठी कवि, लेखक और नाटककार विष्णु वामन को साहित्य जगत में उन्हें कुसुमाग्रज के नाम से जाना जाता था। 1936 में सती सुलोचना फिल्म के लिए पटकथा लिखी थी। 1942 में कविता स ...Read More
Web Title : Manohar Shyam Joshi Ka Sahitya Akadami Puraskar Kab Mila