Explanation : भारत में महारत्न कंपनियों की संख्या 11 है। भारत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (Power Finance Corporation) को महारत्न (Maharatna) का दर्जा 12 अक्टूबर 2021 को दिया है। इस तरह यह 11वीं महारत्न कंपनी बनी है। पीएफसी का गठन 1986 में हुआ था। यह बिजली क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर वित्तपोषण प्रदान करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। 11 महारत्न कंपनियां हैं– 1. भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL), 2. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), 3. कोल इंडिया लिमिटेड (CIL), 4. भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड (GAIL), 5. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), 6. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), 7. राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC), 8. तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC), 9. पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL), 10. भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (SAIL) और 11. पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (PFC)। बता दे कि इसकी शुरूआत वर्ष 2009 में की गई है। इसका उद्देश्य बड़े आकार के नवरत्न उपक्रमों के बोर्ड को अधिक स्वायत्तता सौंपना है, जिससे उपक्रमों का संचालन घरेलू बाजार के साथ ही वैश्विक बाजार में भी हो सके। किसी भी नवरत्न कंपनी को महारत्न का दर्जा पदान करने के लिए निम्न मानदंड को आधार बनाया जाता है–
– कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो।
– पिछले तीन वर्षों में कंपनी का औसत कारोबार रु. 20,000 करोड़ रहा हो।
– इस दौरान कंपनी ने रु. 2,500 करोड़ का औसत शुद्ध लाभ अर्जित किया हो।
– तीन वर्षों में कंपनी का निवल मूल्य (नेटवर्थ) औसतन रु. 15,000 करोड़ रहा हो।
– कंपनी के पास नवरत्न का दर्जा हो।
– कंपनी का विदेश में भी कारोबार हो।
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