यह ब्रिटेेन का साहित्य के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च साहित्य पुरस्कार है। जो नोबेल पुरस्कारों के बाद दूसरा सबसे बडा पुरस्कार माना जाता है। यह पुरस्कार बुकर कंपनी और ब्रिटिश प्रकाशन संघ द्वारा सयुक्त रूप से दिया जाता है। मैन बुकर पुरस्कार हेतु पहले उपन्यासों की एक सूची तैयार की जाती है और फिर पुरस्कार वाले दिन पुरस्कार विजेता की घोषणा की जाती है। इसमें मैन बुकर पुरस्कार के विजेता को 50,000 पाउंड (करीब 50 लाख रुपये) की पुरस्कार राशि दी जाती है। मैन बुकर पुरस्कार फ़ॉर फ़िक्शन को लघु रुप में मैन बुकर पुरस्कार या बुकर पुरस्कार भी कहा जाता है। वर्ष 2022 का मैन बुकर पुरस्कार शेहान करुणातिलक (Shehan Karunatilaka) को दिया गया है।
वर्ष | लेखकों केे नाम | पुस्तक |
1969 | पी.एच.न्यूबी | समथिंग दू आंसर फॉर |
1970 | बर्निस रूबेंस | द इलेक्टेड मेम्बर |
1971 | वी.एस.नाइपॉल | इन ए फ्री स्टेट |
1972 | जॉन बर्जर | – |
1973 | जे.जे.फैरेल | द सीवेज ऑफ कृष्णापुर |
1974 | स्टेनली मिडलटन | हॉलिडे |
1974 | नादिन गोर्डिमर | द कांसेर्वेशनिस्ट |
1975 | स्थ प्रवेर झाबवाला | हीट एंड डस्ट |
1976 | डेविड स्टोरी | सविल्ले |
1977 | पॉल स्कॉट | स्टेइंग ऑन |
1978 | आइरिस मर्डोक | द सी, द सी |
1979 | पेनलोप फिजराल्ड | ऑफशोर |
1980 | विलियम गोल्डिंग | राइट्स ऑफ पैसेज |
1981 | सलमान रूश्दी | मिडनाइटस चिल्ड्रन |
1982 | थॉमस केनौल्ली | सचिन्दलेरस आरक |
1983 | जे.एम.कोएट्जी | लाइफ एंड टाइम्स ऑफ माइकल के |
1984 | अनीता बरूकनेर | होटल दू लक |
1985 | केरी हुलमे | द बोन पीपल |
1986 | किंग्सले एमिस | ए ओल्ड डेविल्स |
1987 | पेनेलोप लिवली | मून टाइगर |
1988 | पीटर केरी | ऑस्कर एंड लुकिंदा |
1989 | काजुओ इशिगुरो | द रिमेंस ऑफ हा डे |
1990 | ए.एस.वयत्त | पोजेशन ए रोमांस |
1991 | बेन ओकरी | द फॅमिशेड रोड |
1992 | बैरी उन्वर्थ | सेक्रेड हंगर |
1993 | रोडी डोयल | पैडी क्लार्क हा हा हा |
1994 | जेम्स केलमन | हाउ लेट आईटी वाज, हाउ लेट |
1995 | पैट बार्कर | द घोस्ट रोड |
1996 | ग्राहम स्विफ्ट | लास्ट ऑर्डर्स |
1997 | अरूंधति राय | द गॉड ऑफ स्माल थिंग्स |
1998 | इयान मैकइवान | एम्स्टर्डम |
1999 | जे.एम.कोएट्जी | डिस्ग्रेस |
2000 | मार्गरेट ऐटवुड | द ब्लाइंड एसेसिन |
2001 | पीटर केरी | द हिस्ट्री ऑफ द केली गैंग |
2002 | यान मार्टल | लाइफ ऑफ पाइ |
2003 | डीबीसी पियरे | वेर्नोन गॉड लिटिल |
2004 | एलन हॉलिंगहुरस्ट | द लाइन ऑफ ब्यूटी |
2005 | जॉन बनविल्ले | द सी |
2006 | किरन देसाई | द इनहैरिटैंस ऑफ लॉस |
2007 | एनी एनराइट | द गैदरिंग |
2008 | अरविंद अडिगा | द व्हाइट टाइगर |
2009 | हिलेरी मेंटल | वुल्फ हॉल |
2010 | हॉवर्ड जैकबसन | द फिकंलेर क्वेश्चन |
2011 | जूलियन बार्न्स | द सेंस ऑफ एन एंडिंग |
2012 | हिलेरी मेंटल | ब्रिंग अप द बॉडीज |
2013 | एलिनॉर कैटन | द लुमिनरीज |
2014 | रिचर्ड फ्लानागन | द नैरो रोड टू द डीप नार्थ |
2015 | मार्लोन जेम्स | ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ सेवन किल्लिंग्स |
2016 | पॉल बेट्टी | द सेलआउट |
2017 | जार्ज सॉन्डर्स | लिंकन इन द बर्डो |
2018 | अन्ना बर्न्स | मिल्कमैन |
2019 | मार्गरेट एटवुड और बर्नरडाइन एवरिस्टो | ‘दि हैंडमेड्स टेल’ और ‘गर्ल, वूमेन, अदर’ |
2020 | डगलस स्टुअर्ट | शग्गी बैन |
2021 | डेमन गलगुट | द प्रॉमिस |
2022 | शेहान करुणातिलक | द सेवन मून्स ऑफ माली अल्मेडा |
मैन बुकर पुरस्कार भारतीय विजेताओं के नाम
2008 साल का पुरस्कार भारतीय लेखक अरविंद अडिगा को दिया गया था। गौरतलब है कि अडिगा समेत 5 बार यह पुरस्कार भारतीय मूल के लेखकों को मिला है, जिसमें वी एस नायपॉल, अरुंधति राय, सलमान रश्दी और किरण देसाई आदि शामिल है।