कुतिया चोरों से मिल जाए तो पहरा कौन दे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) गुण के विपरीत नाम
(B) जिसका कोई न हो
(C) जब रक्षक की चोर डाकुओं से सांठ गांठ हो जाए तो फिर क्या चारा
(D) चारों ओर कठिनाई ही कठिनाई

Answer : जब रक्षक की चोर डाकुओं से सांठ गांठ हो जाए तो फिर क्या चारा

Explanation : कुतिया चोरों से मिल जाए तो पहरा कौन दे का अर्थ kutiya choro se mil jaye to pahara kaun de है 'जब रक्षक की चोर डाकुओं से सांठ गांठ हो जाए तो फिर क्या चारा।' हिंदी लोकोक्ति कुतिया चोरों से मिल जाए तो पहरा कौन दे का वाक्य में प्रयोग होगा – थाने में तैनात सिपाही ही जब आवांछनीय तत्वों से मिलकर चोरी, राहजनी आदि अपने क्षेत्र में करवाने लगें तो यही कहा जाएगा, 'कुतिया चोरों से मिल जाए तो पहरा कौन दे?' हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'कुतिया चोरों से मिल जाए तो पहरा कौन दे' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
Tags : लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे हिंदी लोकोक्तियाँ हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kutiya Choro Se Mil Jaye To Pahara Kaun De